सदियों से दुनिया की प्राणवायु माने जाने वाले अमेजन के जंगल आज जल रहे हैं। दुनिया की करीब बीस प्रतिशत कार्बन डाईऑक्साइड को सोखने के कारण पर्यावरणविदों द्वारा इन्हें पृथ्वी के फेफड़े, गुर्दे और एक ‘कार्बन सिंक’ की संज्ञा दी गई है। ये विश्व के सबसे बड़े वर्षा वन हैं। वहां पेड़ जमीन से पानी खींचते हैं जो भाप बन कर ऊपर जाता है और बाद में बारिश के रूप में बरस जाता है। इसके कारण वहां मौसम हमेशा नम रहता है। दुनिया की सबसे बड़ी नदी अमेजन यहीं से निकलती है। भारत के कुल क्षेत्रफल के करीब दोगुने में ये जंगल फैले हुए हैं जो कुल 55 लाख वर्ग किलोमीटर है। ये दक्षिण अमेरिका के कई देशों पेरू, कोलंबिया, बोलीविया, इक्वाडोर और गुयाना तक फैले हुए हैं। लेकिन इनका सबसे ज्यादा करीब साठ प्रतिशत हिस्सा ब्राजील में है। अगर ये जंगल जल गए तो कार्बन डाईऑक्साइड को सोखने का चक्र बंद हो जाएगा।

वर्षा वनों के इस जंगल में पौधों और जंतुओं की करीब तीस हजार प्रजातियां और करीब 113 आदिम जनजातियां हैं। जितनी जैव विविधता अमेजन में है, उतनी दुनिया में कहीं नहीं है जो आज तबाह हो रही है। जब ये जंगल जल जाएंगे तो ऑक्सीजन की जगह हमें और अधिक कार्बन डाईऑक्साइड मिलेगी जिससे दुनियाभर में प्रदूषण की मात्रा में वृद्धि होगी। ये जंगल मानव शरीर के गुर्दे की तरह पूरे सिस्टम की सफाई करता रहता है। मौसम प्रणाली के नियमन के लिए अमेजन से बड़ा कोई पारिस्थितिकीय तंत्र नहीं है।

पहले ही दुनिया जलवायु संकट से जूझ रही है, तापमान बढ़ रहा है, सूखा और बाढ़ बढ़ रहे हैं। अमेजन को हो रहा नुकसान पूरी दुनिया की जलवायु पर बुरा असर डाल सकता है। अगर समय रहते पूरे विश्व ने एकजुट होकर अमेजन की आग को बढ़ने से नहीं रोका तो वहां धुआं गहराता जाएगा और इस काले धुएं में दुनिया के तंदुरुस्त फेफड़े कमजोर और बीमार होकर काल के गाल में समा जाएंगे। उसके बाद आने वाली तबाही के लिए संपूर्ण मानव जाति स्वयं जिम्मेदार होगी।

कुलदीप बालियान, कोटा, राजस्थान

मुआवजा भी

नए मोटर वाहन अधिनियम के तहत यातायात नियमों का पालन न करने पर भारी जुर्माने का प्रावधान रखा गया है। यकीनन सबको इन नियमों का पालन करना चाहिए लेकिन जुर्माना बढ़ाया गया है तो सरकार को सड़कों को भी चकाचक और सुविधाओं से लैस करना चाहिए। सड़कें खराब होने की स्थिति में गाड़ी खराब होने और दुर्घटनाओं के लिए भारी मुआवजा मिलने का भी प्रावधान होना चाहिए।

जफर अहमद, रामपुर डेहरू, मधेपुरा