घाटी में अलगाववादियों के खिलाफ कश्मीरियों को भी एकजुटता दिखानी होगी। गैर-मुसलिमों और कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाना दर्शाता है कि स्थानीय लोगों की मिलीभगत से हत्याएं हो रही हैं। अफगानिस्तान में तालिबान और पाक की सरपरस्ती से भारत में भी आतंकवादी घटनाएं बढ़ी हैं। उल्लेखनीय है कि पंडितों के साथ महिला और सुरक्षा बल के सैनिकों की हत्या चिंतनीय है। कश्मीर पंडितों ने पलायन करने की चेतावनी दी है। तालिबान और पाकिस्तान संयुक्त रूप से भारत के खिलाफ हैं, इसकी पुष्टि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रिपोर्ट में हो चुकी है। अब आतंकियों से निपटने हेतु सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ाने के साथ कश्मीरियों को संगठित भी होना होगा।

बीएल शर्मा ‘अकिंचन’, उज्जैन