चीन के गुआंगदोंग प्रांत में ताइशान परमाणु ऊर्जा संयंत्र है, जिससे रेडियो एक्टिव पदार्थों का रिसाव हो रहा है जो मानव शरीर के लिए बहुत हानिकारक है। चीन ने इस घटना छिपाने के लिए कहा कि कोई बड़ा रिसाव नहीं हो रहा है और यह पर्यावरण और लोगों को नुकसान नही पहुंचा रहा! घटना का पूरी तरह खुलासा ताइशान परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हिस्सेदार फ्रांसीसी कंपनी ने किया। उन्होंने अमेरिका की डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी से मदद मांगने के लिए अमेरिका को पत्र भेजा और सारी घटना के बारे में जानकारी दी। अमेरिका पहले से ही घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है, क्योंकि चीन पहले भी पूरी दुनिया को मुसीबत में डाल चुका है।

गौरतलब है कि चीन ने कोरोना वायरस का सच भी पूरी दुनिया से छिपाया था, जिसके कारण दुनिया अभी तक संकंट से निकल नहीं पाई है। विशेषज्ञों का कहना है कि रेडियोएक्टिव पदार्थ इतने नुकसानदायक होते हैं कि मानव शरीर को अंदर से बहुत हानि पहुंचाते हैं। इनका दायरा इतना बड़ा होगा कि वे चीन के आसपास के देशों को भी हानि पहुंचाएंगे। ये पदार्थ लंबे समय तक वातावरण में बने रहते हैं। इसका समय कई महीनों और कई साल भी हो सकता है। ये शरीर के संपर्क में आते ही उसे नुकसान पहुंचाने लगते हैं, इससे आंख, कान, नाक और अंदरूनी अंगों से रक्त रिसाव हो सकता है और इससे कैंसर जैसे घातक रोग हो सकते हैं।
अजय धनगर, मथुरा, उप्र