विगत कुछ समय से चीन भारत के रिश्तों में कड़वाहट का जवाब भारत ने हमेशा ही मुहतोड़ दिया है। और चीन का ये अतिविश्वास भी खत्म करके यह बताया है कि वह भारत को हल्के में न ले। भारत की संस्कृति सभ्यता और सहजता को कमजोरी समझने की भूल न करे।

चीन का सामना करने के अनेक कारगर कदमों के बीच एक बार फिर भारत ने तैंतालीस मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा कर चीन को करारा तमाचा जड़ा है। इससे निश्चित ही चीन को झटका लगना है। सरकार ने आइटी एक्ट 69-ए के तहत इन ऐप को ब्लॉक किया है। यानी अब भारत के लोग इन ऐप का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।

भारत ने इससे पहले जून, जुलाई और सितंबर में भी कई चीनी मोबाइल ऐप प्रतिबंधितत किये थे। ‘टिक-टॉक’ पर पाबंदी के बाद ‘स्नेक वीडियो’ तेजी से उसके विकल्प के तौर पर उभरा था। यह भी चीनी ऐप है। देश की संप्रभुता, अखंडता, सुरक्षा और कानून व्यवस्था को खतरा बताते हुए तैंतालीस मोबाइल ऐप पर पाबंदी लगाई गई। अब इन प्रतिबंधों से एक बार फिर आर्थिक रूप से चीन को नुकसान होगा।
’योगेश जोशी, बड़वाह, मप्र

फिलस्तीन की मुश्किल

सऊदी अरब इस बात से इनकार कर रहा है कि इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का बीते रविवार सऊदी पर्यटक केंद्र नियोम में क्राउन प्रिंस सलमान से मुलाकात नहीं हुई थी। जबकि पश्चिमी मीडिया के साथ-साथ इजराइली मीडिया इस बात को मान रहा है कि दोनों धुर विरोधियों की न सिर्फ मुलाकात हुई थी, बल्कि निकट भविष्य में राजनयिक संबंध स्थापित करने पर सहमति जताई गई।

इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भी मौजूद थे। संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के साथ विधिवत संबंध स्थापना के बाद से ही इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे। इसके पीछे ट्रंप के दामाद जराड कुशनर का हाथ माना जा रहा है। इसका मतलब यह निकाला जा सकता कि पिलिस्तीनियों के हक में अब कोई नहीं रहा। उन्हें उनकी जमीन नहीं मिलने की आशंका खड़ी हो गई है।
’जंग बहादुर सिंह, जमशेदपुर, झारखंड