बिहार चुनाव पर वित्त मंत्री महोदया द्वारा ‘पांच सूत्र, एक लक्ष्य और ग्यारह संकल्प’ गुरुवार को जारी किया गया। उसमें कुछ बातें ठीक थीं। मसलन उन्नीस लाख रोजगार। इसे अगर बढ़ा कर उनतीस लाख भी लिख दिया जाता तो जनता को कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि जनता को मालूम है कि ‘कसमे वादे प्यार वफा, सब बातें हैं, बातों का क्या’!
मगर इसमें किया गया एक वादे ने पूरे देशवासियों को सकते में डाल दिया, जब कहा गया कि कोरोना का टीका सभी बिहारियों को मुफ्त में दिया जाएगा। क्या शेष भारत के लोग यहां के नागरिक नहीं हैं? क्या कोरोना का कहर बाकी जगहों पर नहीं है? क्या भाजपा जीतेगी, तभी यह टीका मुफ्त में लगाएगी? क्या बाकी प्रांतों के लोगों के साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार करना चाहती है? इस तरह का वादों से बाकी प्रांत के लोग खुद को ठगा हुआ और उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
’जंग बहादुर सिंह, जमशेदपुर, झारखंड</p>