how Gurgaon Salaried middle class man became crorepati in 11 years shares: बहुत सारे लोगों के लिए पैसा बनाना और वित्तीय सफलता हासिल करना एक बड़े सपने जैसा होता है। लेकिन गुरुग्राम के रहने वाले गुरजोत आहलूवालिया ने एक दशक में ही इस सपने को सच कर दिखाया है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में आहलूवालिया ने खुलासा किया कि कैसे 11 सालों में उनकी नेटवर्थ 0 से 5 करोड़ रुपये पहुंच गई। 2024 में वह इसे अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर मानते हैं। अब उनका इरादा 2025 तक पूरी तरह से पैसे की चिंता खत्म करना है।
INDmoney ऐप का एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए आहलूवालिया ने अपनी मौजूदा नेटवर्थ का खुलासा किया। इसके साथ ही बताया कि उन पर 2.7 लाख रुपये का कर्ज है। अपनी सफलता के बारे में बताते हुए उन्होंने लिखा कि यह तीन महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर आधारित रही: हाई इनकम सुनिश्चित करने के लिए प्रोफेशनल ग्रोथ, बड़ी बचत और बिजनेस ओनरशिप के साथ रणनीतिक इक्विटी निवेश।
HT की रिपोर्ट के अनुसार, अहलूवालिया ने साझा किया, “मेरे जैसा वेतनभोगी मध्यम वर्ग (salaried middle-class) व्यक्ति 11 सालों में 0 से 5,00,00,000 रुपये तक पहुंच गया।” उन्होंने अपने इस सफर को तेज़ करने के लिए दो प्रमुख फैक्टर्स को श्रेय दिया: अपने माता-पिता द्वारा उनकी पढ़ाई के लिए भुगतान करने के बाद से कर्ज-मुक्त होना और उनके साथ रहकर किराए पर बचत करना।
रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी कुल संपत्ति में किसी तरह की संपत्ति या आभूषण शामिल नहीं है, बल्कि मुख्य रूप से स्टॉक, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, एनपीएस, ईपीएफ और बचत पर आधारित है।
गुरजोत की इस वित्तीय सफलता की कहानी सामने आने के बाद ऑनलाइन बहस छिड़ गई है। एक यूजर ने लॉन्ग-टर्म निवेश की ताकत के बारे में लिखा, ‘नियमितता और धैर्य का अद्भुत उदाहरण।’
वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘मुंबई जैसे शहर में किराया सबसे बड़ा खर्च है। 15-20 वर्षों तक किराया चुकाते हुए एक मिलियन डॉलर का फंड हासिल करना वास्तव में कठिन है, लेकिन अनुशासन और हाई सैलरी इसे संभव बना सकता है। ‘