आरबीआई ने कहा कि वह शुक्रवार से 2005 से पहले छापे गए नोट केवल चुनी हुई शाखाओं पर ही स्वीकार करेगा क्यों कि इससे पुरानी सीरीज वाले ज्यादातर बैंक नोट वापस हो चुके हैं। आरबीआई 2005 से पहले प्रकाशित बैंक नोट को वापस ले रहा है क्योंकि इनमें 2005 के बाद प्रिंटेड नोट के मुकाबले कम सुरक्षा उपाय हैं।
आरबीआई की विज्ञप्ति में कहा गया है कि समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया है कि 1 जुलाई 2016 से 2005 से पहले प्रिंटेड नोटों को बदलने की सुविधा रिजर्व बैंक के केवल कुुछ ही कार्यालयों में उपलब्ध होगी।
यहां पर मिलेगी यह सुविधा:
अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना, तिरुवनंतपुरम और कोच्चि।