स्‍मार्टफोन निर्माता चीनी कंपनी शॉओमी ने भारत से अपना एक कारोबार समेट लिया है। कंपनी ने शुक्रवार को ऐलान किया है कि उसने भारत में Mi Financial Services को बंद कर दिया है। कंपनी ने कहा कि यह कदम उसकी रणनीतिक का एक हिस्सा है और भारत में कुछ अन्‍य कारोबार पर फोकस करना चाहता है।

गौरतलब है कि Xiaomi ने 2019 में देश में Mi Pay लॉन्च किया था और इसने देश में 20 मिलियन से अधिक यूजर्स को जोड़ा था। इसके बाद, कंपनी ने बाद में Mi क्रेडिट भी पेश किया। Mi क्रेडिट को शुरुआत में मई 2018 में लॉन्च किया गया था और 2019 में 3 दिसंबर को फिर से इसे पेश किया गया था। यह Mi यूजर्स को पर्सनल लोन देने का काम करता है।

यह लोन ऑनलाइन तरीके से कम डाक्‍यूमेंट में ही अप्रूव कर दिया जाता था। कंपनी की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, इसने नवंबर 2019 तक 28 करोड़ रुपये का पर्सनल लोन दिए। जबकि इसके बाद कंपनी ने 125 करोड़ रुपये से अधिक का लोन दिया है।

कंपनी के प्रवक्‍ता की ओर से कहा गया है, “हमने मार्च 2022 में Mi Financial Services को बंद कर दिया। चार वर्षों की छोटी अवधि में, हम हजारों ग्राहकों को जोड़ने और उनका समर्थन करने में कामयाब रहे। हम इस प्रक्रिया के दौरान अपने भागीदारों के साथ काम कर रहे हैं और अपने यूजर्स का समर्थन कर रहे हैं।”

बता दें कि शाओमी के खिलाफ टैक्‍स को लेकर जांच चल रही है। भारत में Xiaomi के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है जिनमें करीब की 5,500 करोड़ रुपये की संपत्ति है। शाओमी के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

कंपनी ने इस साल तीसरी तिमाही में भारतीय स्मार्टफोन बाजार में टॉप पर है। मार्केट रिसर्च फर्म Canalys की एक रिपोर्ट के अनुसार, Xiaomi ने स्‍मार्टफोन के 9.2 मिलियन यूनिट्स बेचे हैं। हालांकि अभी कंपनी की ओर से त्‍योहारी सीजन के ब्रिक्री का रिजल्‍ट जारी नहीं किया गया है। Xiaomi कंपनी भारत में स्‍मार्टफोन के अलावा, स्‍मार्ट टीवी, लैपटॉप और अन्‍य इलेक्‍ट्रॉनिक गैजेट्स बेचती है।