इस बार नौ जनवरी से शुरू हो रहे नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में चीन अपने ढाई सौ सदस्यों के भारी-भरकम प्रतिनिधिमंडल के साथ शामिल हो रहा है। चीन इस बार विशेष अतिथि देश है। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) के अध्यक्ष बलदेव भाई शर्मा ने गुरुवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रगति मैदान में नौ से 17 जनवरी तक आयोजित होने वाले इस पुस्तक मेले की थीम ‘भारत की सांस्कृतिक धरोहर’ है। शर्मा ने कहा कि मेले में भारत की समृद्ध और विविधता में एकता का प्रदर्शन करने वाली सांस्कृतिक और साहित्यिक धरोहर का प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि थीम मंडप में प्राचीन समय से लेकर समकालीन वक्त के दर्शन, भाषा और साहित्य के विषयों पर आधारित प्रमुख भारतीय भाषाओं में तकरीबन 1,000 किताबों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।

शर्मा ने कहा कि युवा लेखन को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की ओर से एक नई पुस्तकमाला, ‘नवलेखन पुस्तकमाला’ की शुरुआत की गई है जिसके तहत 40 वर्ष से कम आयु के उन लेखकों की किताबें प्रकाशित की जाएंगी, जिनके काम को अभी तक लोकप्रियता प्राप्त नहीं हुई है। न्यास के अध्यक्ष ने कहा कि पुस्तकमाला के तहत प्रकाशित हुई किताबों के पहले सेट को पुस्तक मेले के दौरान ही प्रदर्शित किया जाएगा और इन पर परिचर्चा का भी आयोजन किया जाएगा।

न्यास के अध्यक्ष ने बताया कि पुस्तक मेले का उद्घाटन नौ जनवरी को मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी करेंगी। इस मौके पर प्रतिष्ठित लेखक एसएल भैरप्पा और चीन के एसएपीपीआरएफटी के उपमंत्री सुन शौशान और भारत में चीन के राजदूत ली यूचेंग सहित अन्य लेखक मौजूद रहेंगे। इस बार पुस्तक मेले को जनवरी महीने में आयोजित करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सामान्यतया यह मेला फरवरी में आयोजित होता रहा है और ऐसा देखा गया है कि स्कूली छात्रों को इसमें भाग लेने में कठिनाई आती थी क्योंकि मार्च माह में होने वाली उनकी परीक्षाएं करीब होती हंै। इसलिए प्रायोगिक तौर पर इसे जनवरी में आयोजित किया जा रहा है और बाद में इसकी समीक्षा की जाएगी जिसके मुताबिक कोई निर्णय लिया जाएगा।

मालूम हो कि इससे पहले न्यास के सूत्रों की ओर से यह जाता रहा है कि चीन की सुविधा के लिए ही इस बार पुस्तक मेला फरवरी की जगह जनवरी में आयोजित किया गया है, क्योंकि फरवरी में चीन में नव वर्ष का समारोह या स्प्रिंग फेस्टिवल होता है। इस समारोह में चीन के लोग लंबी छुट्टी पर रहते हैं और उत्सव मनाते हैं। चीन का नया साल इस बार आठ फरवरी को पड़ रहा है।

शर्मा ने कहा कि इंडिया ट्रेड प्रमोशन आर्गनाइजेशन (आइटीपीओ) के सहयोग से आयोजित होने वाले इस पुस्तक मेले में चीन के अलावा मिस्र, जर्मनी, मलेशिया, नेपाल, पोलैंड, पाकिस्तान, सर्बिया, स्पेन सहित 30 देश भाग ले रहे हैं। इनके अलावा, अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं जैसे डब्ल्यूएचओ, यूनेस्को आदि भी इस मेले में विदेशी मंडप में अपनी पुस्तकों का प्रदर्शन करेंगी।

उन्होंने बताया कि इस बार पुस्तक मेले में सेल्फी कॉर्नर भी होगा और वहां ली गई सेल्फी को फेसबुक और दूसरी सोशल साइट्स पर डालने की भी व्यवस्था होगी। शर्मा ने बताया कि पुस्तक मेले में बच्चों के लिए अलग से एक मंडप होगा। साथ में उनके लिए कई तरह की गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि जो बच्चे स्कूली यूनिफॉर्म में आएंगे उनके लिए पुस्तक मेले में प्रवेश निशुल्क होगा।