नरेंद्र मोदी सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल में एक बड़ी भूमिका निभाने को तैयार घरेलू निर्माण उपकरण उद्योग के 2020 तक करीब दोगुना होकर पांच अरब डालर पर पहुंचने की संभावना है। सीआइआइ के वरिष्ठ कार्यकारी व एक्सकॉन के चेयरमैन विपिन सोंधी ने बताया- घरेलू निर्माण उद्योग ‘मेक इन इंडिया’ पहल में एक बड़ी ताकत बनकर उभरने की संभावना है।
वर्तमान में घरेलू निर्माण उपकरण उद्योग 2.8 अरब डालर है जिसमें 2020 तक पांच अरब डालर से ऊपर पहुंचने की क्षमता है। एक्सकॉन एक अंतरराष्ट्रीय निर्माण उपकरण व प्रौद्योगिकी व्यापार मेला है जो बुधवार को से यहां शुरू हो रहा है। इसमें 22 देशों से करीब 800 कंपनियां हिस्सा ले रही हैं। यह दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा निर्माण उपकरण व प्रौद्योगिकी व्यापार मेला है।
उद्योग के पास उपलब्ध ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि पूर्व में नरमी की वजह से निर्माण उपकरण उद्योग के लिए एक मोटा अनुमान है कि यह अगले पांच साल में 5 अरब डालर पर पहुंचेगा और मौजूदा सरकार द्वारा किए गए उपायों के बल पर यह 2020 के बाद और तेजी से बढ़ेगा। सोंधी ने कहा कि वृद्धि में गिरावट थम गई है और सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों विशेषकर राजमार्ग क्षेत्र में किए जा रहे उपायों के बल पर यह उद्योग कई गुना बढ़ने को तैयार है।