अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो के उपभोक्ताओं से किसी अन्य कंपनी के नेटवर्क पर कॉल करने पर छह पैसे प्रति मिनट की दर से शुल्क लेने की घोषणा के चंद घंटों पर बाद वोडाफोन-आइडिया ने बड़ा ऐलान किया है। कंपनी ने कहा है कि उसका ऐसा कोई इरादा नहीं है जिसमें वोडाफोन आइडिया नेटवर्क के बाहर किए गए कॉल के लिए अपने यूजर्स से चार्ज वसूला जाए। जियो ने अपने यूजर्स से एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के नेटवर्क पर कॉल के बदले में छह पैसे प्रति मिनट शुल्क लेने की घोषणा की है।

वोडाफोन आइडिया का कहना है कि वे ग्राहकों पर यह पहचानने के लिए बोझ नहीं डालना चाहते हैं कि वे जो कॉल कर रहे हैं वह ऑन-नेट या ऑफ-नेट है। कंपनी ने यह भी साफ किया कि वोडाफोन और आइडिया पर प्रीपेड और पोस्टपेड यूजर्स के लिए उनके सभी सब्सक्रिप्शन प्लान वोडाफोन आइडिया नेटवर्क या अन्य मोबाइल नेटवर्क में की गई कॉल के बीच अंतर नहीं करते हैं।

उल्लेखनीय है कि यह पहली बार है जबकि जियो अपने यूजर्स से वॉयस कॉल के लिए शुल्क लेने जा रहा है। जियो ने इसके लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा पैदा की गई अनिश्चितता को जिम्मेदार ठहराया है। जियो ने कहा है कि ट्राई ने इंटरकनेक्ट प्रयोग शुल्क (आईयूसी) के मुद्दे को फिर खोल लिया है।

वहीं उद्योग की अन्य कंपनियों का कहना है कि यह जियो का ‘यू-टर्न’ है जिसने ग्राहकों को जीवनभर मुफ्त कॉल का वादा किया था। जियो ने बयान में कहा कि जब तक कि उसे अपने उपभोक्ताओं द्वारा किसी अन्य नेटवर्क पर फोन करने के एवज में किसी कंपनी को भुगतान करना होगा, तब तक उनसे यह शुल्क लिया जाएगा।

जियो अभी अपने 4 जी उपभोक्ताओं से सिर्फ डेटा का शुल्क लेती है। देश में कहीं भी वॉयस कॉल मुफ्त है। कंपनी ने कहा कि जियो के फोन या लैंडलाइन पर कॉल करने पर शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसके साथ ही व्हाट्सएप और फेसटाइम समेत इस तरह के अन्य मंचों से किए गए फोन कॉल पर भी शुल्क नहीं लगेगा। सभी नेटवर्क के इनकमिंग फोन नि:शुल्क रहेंगे। (भाषा इनपुट)