सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद वोडाफोन-आइडिया के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है। कंपनी पर कुल 1.8 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। इसमें बैंकों का बकाया भी शामिल है। इससे टेलीकॉम सेक्टर में चल रहा वित्तीय संकट भी उभरकर सामने आ गया है।

अब इस सेक्टर की मदद के लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन (DoT) भी सक्रिय हो गया है। डीओटी ने इस सेक्टर में चल रहे वित्तीय संकट को लेकर बैंकों के साथ चर्चा की है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले से वाकिफ अधिकारियों का कहना है कि स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंकों ने वोडाफोन-आइडिया के कर्ज को इक्विटी में बदलने का विकल्प दिया है। बैंक अधिकारियों का कहना है कि अभी तक वोडाफोन-आइ़डिया लोन के भुगतान में डिफॉल्ट नहीं हो पाई है। ऐसे में वे कोई एक्शन नहीं ले सकते हैं। हालांकि, बैंकों ने अपने कर्ज के भुगतान को लेकर चिंता जताई है।

कंपनी को बचाने के लिए कदम उठाए डीओटी: अधिकारियों के मुताबिक, बैंकों ने कहा है कि डीओटी को वोडाफोन-आइडिया को बचाने के लिए कदम उठाने चाहिए। उनका कहना है कि यदि वोडाफोन-आइडिया बंद होती है या दिवालिया होती है तो इससे बैंकों से ज्यादा सरकार का नुकसान होगा। बैंकों ने दिवालिया प्रक्रिया का सामना कर रही रिलायंस कम्युनिकेशन (R-Com) को लेकर कहा है कि डीओटी उसका टेलीकॉम लाइसेंस रद्द ना करे। बैंकों ने कहा कि यदि ऐसा हुआ तो पूरी दिवालिया प्रक्रिया ही खत्म हो जाएगी।

वोडाफोन-आइडिया में किसकी कितनी हिस्सेदारी: देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी में शुमार वोडाफोन-आइडिया में आदित्य बिरला ग्रुप की 27.66 फीसदी है। वहीं, ब्रिटेन की कंपनी वोडाफोन पीएलसी के पास 44.39 फीसदी हिस्सेदारी है। शेष हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है।

कुमार मंगलम बिरला ने अपनी हिस्सेदारी देने की पेशकश की: आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला ने वोडाफोन-आइडिया को बचाने के लिए अपनी हिस्सेदारी सरकार, किसी सरकारी कंपनी या अन्य कंपनी को देने की पेशकश की है। इस संबंध में बिरला ने कैबिनेट सचिव राजीव गाबा को जून में एक पत्र भेजा था। उधर, बैंकिंग सूत्रों का कहना है कि वोडाफोन पीएलसी भी अपनी हिस्सेदारी मुफ्त में देने के लिए तैयार है।

वोडाफोन-आइडिया के पास 28 करोड़ से ज्यादा ग्राहक: ग्राहकों के लिहाज से रिलायंस इंडस्ट्रीज की टेलीकॉम सब्सिडियरी रिलायंस जियो देश की सबसे बड़ी कंपनी है। ट्राई के डाटा के अनुसार, 30 अप्रैल 2021 तक रिलायंस जियो के पास 42.76 करोड़ ग्राहक थे। वहीं, 35.29 करोड़ ग्राहकों के साथ भारती एयरटेल दूसरे स्थान पर थी। वोडाफोन-आइडिया के पास 28.19 करोड़ ग्राहक थे।