Vande Bharat Sleeper Trains: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की शुरुआत के साथ भारतीय रेलवे रेल ट्रैवल का भविष्य बदलने के लिए तैयार है। वंदे भारत स्लीवर ट्रेन को खासतौर पर लंबी और मीडियम दूरी के ट्रैवल के हिसाब से डिजाइन किया गया है। फिलहाल कुल 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन (Vande Bharat Sleeper trains) को बनाया जा रहा है और पहला प्रोटोटाइप पहले ही सामने आ चुका है और जल्द ही पटरियों पर ट्रायल के तौर पर यह ट्रेन दौड़ने लगेगी। भारत के रेलवे नेटवर्क को एडवांस्ड और मॉडर्न बनाने की तरफ यह एक बड़ा कदम है। स्लीपर वेरियंट के साथ-साथ, 200 वंदे भारत स्लीपर रेक टेक्नोलॉजी पार्टनर्स को बनाने को दिए गए हैं ताकि आने वाले सालों में इन एडवांस्ड ट्रेनों के संचालन में तेजी लाई जा सके।
कब शुरु होंगे Vande Bharat Sleeper Trains के ट्रायल?
बता दें कि ट्रायल रन के लिए इंटिगरल कोच फैक्ट्री (ICF) से हाल ही में पहली ट्रेन को रवाना किया गया है। ट्रायल रन मध्य प्रदेश के खजुराहो में शुरु होगा। इसे ट्रायल रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइज़ेशन (RDSO) के सुपरविज़न में किया जाएगा। वंदे भारत स्लीपर के इन ट्रायल रन का सबसे बड़ा मकसद, अलग-अलग लोड कंडीशंस में ट्रेन की स्टेबिलिटी, वाइब्रेशन लेवल और ओवरऑल डायनामिक परफॉर्मेंस जैसे क्रिटिकल फैक्टर्स का आंकलन करना है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सुरक्षित पैसेंजर सर्विस के लिए ट्रेन सभी जरूरी स्टैंडर्ड को पूरा करे।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कब चालू होगी?
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कब से कमर्शियल तौर पर चालू होगी, ऐसा ट्रायल रन के सफलतापूर्वक पूरा होने पर ही पता चलेगा। ऑपरेशनल एफिशिएंसी के लिए ट्रायल रन का वैलिडेट होना जरूरी है।
दिसंबर 2024 की बात करें तो कुल 136 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सर्विसेज फिलहाल देशभर में चल रही हैं। शॉर्ट और मीडियम दूरी के ट्रैवल की जरूरत को पूरा करने के लिए ब्रॉड ग्रेज इलेक्ट्रिफाइड नेटवर्क की जरूरत है। इन ट्रेनों में चेयर कार सीटिंग है और यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा अनुभव मिलता है।
एडवांस्ड टेक्नोलॉजी वाले फीचर्स से लैस वंदे भारत स्लीपर ट्रेन
हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी दी कि देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ट्रायल रन के लिए रवाना हो गई है। उन्होने नई वंदे भारत स्लीपर की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।
नई वंदे भारत स्लीपर कोच ट्रेनों में अग्निशामक यंत्र है। इसके अलावा हर सीट के पास एक इमरजेंसी स्टॉप बटन भी दिया गया है। सबसे खास बात है कि यात्रियों को अच्छी नींद मिले, इसका ध्यान रखते हुए बेहतर कुशनिंग वाली सीट लगाई गई हैं।
इस सेमी हाई-स्पीड ट्रेन में कई मॉडर्न फीचर्स हैं। सेफ्टी के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के साथ ट्रेन को तैयार किया गया है। हर डिब्बे में CCTV कैमरे हैं। और हर सीट के साथ एक चार्जिंग केबल और एक रीडिंग लाइट मिलती है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में जाने के लिए ऑटोमैटिक डोर भी हैं। इसके साथ ही हर डिब्बे में एक इमरजेंसी टॉक बैक यूनिट भी है। ट्रेन के दरवाजे को यात्री सिर्फ एक बटन को टच करके खोल सकेंगे। ट्रेन में टॉयलेट भी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी फीचर्स के साथ डिजाइन किए गए हैं।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में 823 यात्री सफर कर सकते हैं। इसमें एक फर्स्ट एसी, 4 सेकेंड एसी और 11 थर्ड एसी कोच हैं। जानकारी के मुताबिक, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम स्पीड से दौड़ेगी।
सरकार काफी लंबे समय से रेलवे को बेहतर करने के लिए कई पहल शुरु कर चुकी है। ‘सुगम्य भारत मिशन’ के तहत सरकार का लक्ष्य दिव्यांगजनों के लिए रेल सुविधाओं को आसान बनाना है। इस पहल में रैम्प इंस्टॉलेशन, ब्रेल और टैक्टाइल साइनेज, लो-हाइट काउंटर्स और स्टेशनों पर पार्किंग एक्सेस आदि सुविधाएं शामिल हैं, ताकि दिव्यांगजन ज्यादा से ज्यादा रेलवे सर्विसेज का फायदा उठा सकें।