अरुण जेटली लगभग एक दशक पहले एनडीए द्वारा शासित केंद्र सरकार में व्यापार और कानून मंत्री भी रह चुके हैं। वित्त मंत्रालय के अलावा उनके पास कॉर्पोरेट मंत्रालय का भी कार्यभार है। अपने व्यापार मंत्री के कार्यकाल के दौरान उन्होंने वर्ल्ड ट्रे़ड ऑर्गेनाइजेशन में भारत का पक्ष रखा था जिसके बाद विकसित देशों द्वारा मार्केट पर बड़ी पकड़ बनाने की कोशिश को काफी हद तक नुकसान हुआ था। वहीं जेटली को 1989 में वीपी सिंह सरकार के कार्यकाल के दौरान एडिशनल सोलिसीटर जनरल भी रह चुके हैं। इसके अलावा जेटली बीजेपी के एक्सिक्युटिव मेंबर 1991 से हैं। वहीं अरुण जेटली सन 2000 से राज्य सभा सदस्य रहे हैं और 1999 से ही कई मंत्री पदों पर रह चुके हैं।

साथ ही अरुण जेटली ने बोफॉर्स घोटाले पर भी जांच से जुड़े कागजात तैयार करने का काम किया था और उन्होंने करेंट और लीगल अफेयर्स पर भी कई पब्लिकेशन्स दिए हैं। वहीं अरुण जेटली के ऑफिशियल फेसबुक पेज को 23 लाख से ज्यादा लाइक्स मिले हुए हैं। इसके अलावा जेटली एशियन डेवलप्मेंट बैंक के गवर्नर बोर्ड का भी हिस्सा हैं। इसके अलावा जेटली बीसीसीआई के वाइस प्रसिडेंट भी रह चुके हैं लेकिन आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल होने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

एक पंजाबी हिंदू ब्राह्मण परिवार में जन्मे जेटली ने अपनी पढ़ाई St. जेवियर स्कूल दिल्ली (1959-67) से की थी। इसके बाद उन्होंने 1973 एसआरसीसी कॉलेज से कॉमर्स में ग्रेजुएशन की और 1977 में दिल्ली विश्वविद्यालय से कानूनी पढ़ाई पूरी की। जेटली पेशे से सुप्रीम कोर्ट के वकील भी हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली आगामी 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश करेंगे। वहीं इस बार के आम बजट में काफी बदलाव किए गए हैं। वहीं इस बार के बजट में खाल बात यह भी है कि इसमें रेल बजट को भी सम्मिलित कर दिया गया है।