केंद्रीय मंत्री अश्निनी वैष्णव ने 7 जुलाई, 2021 को रेल मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। रेल मंत्री का ध्यान हमेशा से भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण, सुरक्षा बेहतर करने और एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज की शुरुआत पर रहा है। लेकिन इन तमाम कोशिशों से बावजूद पिछले कुछ महीनों में रेलवे ने उनके कार्यकाल में कई छोटी-बड़ी दुर्घटनाओं को झेला है। अश्विनी वैष्णव जहां रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नई टेक्नोलॉजीज को लाने पर ध्यान दे रहे हैं, वहीं रेल दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या दिखाती है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सिस्टम को और बेहतर बनाने की जरूरत है।

The Hindu की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच सालों के दौरान, भारतीय रेलवे द्वारा शेयर किए गए 17 रेलवे ज़ोन के डेटा से यह पता चलता है कि करीब 351 लोगों ने रेल दुर्घटनाओं में अपनी जिंदगी खो दी। हीं 200 बड़े रेलवे एक्सीडेंट में 970 लोग घायल हुए।

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15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत के बाद विपक्षी दलों ने रेल मंत्री को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। कई कांग्रेस और आप नेताओं ने रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग की और सरकार पर “घोर कुप्रबंधन” का आरोप लगाया। विपक्ष ने भी क्राउड कंट्रोल की कमी पर चिंता व्यक्त की और मरने वालों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया।

इसके अलावा, वैष्णव के नेतृत्व में सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना 2 जून 2023 को बहनागा बाजार स्टेशन के पास ओडिशा में हुई ट्रेन टक्कर थी, जिसमें 296 लोगों की जान चली गई और 1,200 से अधिक घायल हो गए। यह भयावह घटना तब घटी जब कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई, फिर दूसरी ट्रेन से टकरा गई।

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अन्य विनाशकारी घटनाओं में 17 जून, 2024 को दार्जिलिंग में कंचनजंघा एक्सप्रेस की टक्कर शामिल है। ओवर-स्पीडिंग और खराब सिग्नल के चलते 11 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 60 घायल हो गए।

इसके अलावा, 29 अक्टूबर, 2023 को आंध्र प्रदेश में कोट्टावलसा ट्रेन दुर्घटना में 14 लोगों की मौत हो गई और 50 घायल हो गए, जबकि 22 जनवरी, 2025 को जलगांव ट्रेन दुर्घटना में गलती से बजे अलार्म (False Alarm) के कारण आने वाली ट्रेन की चपेट में आने से 13 लोगों की मौत हो गई। रेलवे के पिछले कुछ महीनों में हुए ट्रेन हादसों के बारे में विस्तार से जानें…

25 अगस्त, 2021 – असम के चायगांव के पास सरायघाट एक्सप्रेस के चार डिब्बे पटरी से उतर गए, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।

13 जनवरी, 2022 – पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के मैनागुड़ी में न्यू दोमोहानी रेलवे स्टेशन के पास बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने से एक दुखद दुर्घटना घटी। इस घटना में नौ लोगों की मौत हो गई।

13 फरवरी, 2022 – एक संभावित आपदा टल गई, जब एक चरवाहे ने नई दिल्ली-मुंबई मुख्य लाइन पर एक टूटी हुई रेल देखी और तुरंत अधिकारियों को इसकी सूचना दी, जिससे कोई गंभीर दुर्घटना होने से बच गई।

4 मार्च, 2022 – गुजरात के सूरत रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म और चलती ट्रेन के बीच फिसलकर गिरने से एक यात्री घायल हो गया।

4 अप्रैल, 2022 – महाराष्ट्र के नासिक के पास पवन एक्सप्रेस पटरी से उतर गई, जिससे दो लोग घायल हो गए।

2 जनवरी, 2023 – सूर्यनगरी एक्सप्रेस मारवाड़ जंक्शन रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई, जिससे दस यात्री घायल हो गए।

3 अप्रैल, 2023 – केरल के कोझाइकोड के इलाथुर में एक व्यक्ति ने ट्रेन में साथी यात्रियों को आग लगा दी, जिससे दो साल की लड़की सहित तीन लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए।

15 मई, 2023 – कर्नाटक के कोलार जिले के बिसनट्टम के पास चेन्नई-बैंगलोर डबल डेकर एक्सप्रेस का एक कोच पटरी से उतर गया। राहत की बात यह रही कि कोई हताहत या घायल नहीं हुआ।

2 जून, 2023 – ओडिशा के बालासोर जिले में बहनागा बाजार स्टेशन के पास 2023 ओडिशा ट्रेन की टक्कर भारत के इतिहास की सबसे भयंकर दुर्घटना थी, जिसमें 296 लोगों की जान चली गई और 1,200 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जब कोरोमंडल एक्सप्रेस के 21 डिब्बे एक खड़ी हुई मालगाड़ी से टकराने के बाद एक दूसरी ट्रेन से टकरा गए।

8 जून, 2023 – नीलगिरि माउंटेन रेलवे का आखिरी डिब्बा तमिलनाडु के कुन्नूर स्टेशन के पास पटरी से उतर गया, लेकिन किसी को बड़ी चोट नहीं आई।

9 जून, 2023 – चेन्नई सेंट्रल-विजयवाड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस का एक डिब्बा पार्किंग शेड की ओर जाते समय चेन्नई सेंट्रल के पास पटरी से उतर गया।

11 जून, 2023 – चेन्नई सबअर्बन ईएमयू का आखिरी डिब्बा चेन्नई के बेसिन ब्रिज स्टेशन के पास पटरी से उतर गया, जिसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली।

22 जून, 2023 – लोकमान्य तिलक टर्मिनस-चेन्नई सेंट्रल साप्ताहिक एक्सप्रेस के एक कोच में ओवरहेड बिजली लाइनों के घर्षण के कारण चेन्नई के व्यासरपडी स्टेशन के पास आग लग गई। किसी को चोट नहीं आई।

25 जून, 2023 – पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में ओंडाग्राम रेलवे स्टेशन के पास दो मालगाड़ियां टकरा गईं।

7 जुलाई, 2023 – तेलंगाना में बोम्मईपल्ली और पगिडीपल्ली के बीच फलकनुमा एक्सप्रेस के तीन डिब्बों में आग लग गई, हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ।

23 अगस्त, 2023 – मिजोरम में सैरांग के पास एक कंस्ट्रक्शन एक्सीडेंट में कुरुंग नदी पर एक रेलवे पुल ढह जाने से 36 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई।

26 अगस्त, 2023 – तमिलनाडु के मदुरै के पास खड़ी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन के एक स्पेशल कोच में बड़ी आग लग गई, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 20 घायल हो गए। आग अवैध रूप से तस्करी किए गए सिलेंडर के कारण लगी थी।

23 सितंबर, 2023 – गुजरात के वलसाड स्टेशन को पार करते समय श्री गंगानगर-तिरुचिरापल्ली हमसफर एक्सप्रेस में आग लग गई, हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ।

26 सितंबर, 2023 – उत्तर प्रदेश के मथुरा स्टेशन पर एक ईएमयू ट्रेन पटरी से उतर गई और प्लेटफॉर्म पर चढ़ गई।

11 अक्टूबर, 2023 – बिहार के बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के छह डिब्बे पटरी से उतर गए। चार लोग मारे गए और 70 से अधिक घायल हो गए।

29 अक्टूबर, 2023 – आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में कोट्टावलसा स्टेशन के पास दो यात्री ट्रेनें टकरा गईं, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 50 घायल हो गए।

31 अक्टूबर, 2023 – उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के पास सुहैलदेव सुपरफास्ट एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली।

15 नवंबर, 2023 – उत्तर प्रदेश के इटावा के पास दिल्ली-दरभंगा सुपरफास्ट एक्सप्रेस में आग लग गई, जिससे आठ यात्री घायल हो गए।

13 दिसंबर, 2023 – पश्चिम बंगाल के बर्द्धमान स्टेशन पर 133 साल पुराने पानी से भरे ओवरहेड टैंक का एक हिस्सा प्लेटफॉर्म पर गिर गया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 34 घायल हो गए।

28 फरवरी, 2024 – झारखंड के जामताड़ा जिले के कालाझरिया के पास ट्रेन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।

12 जून, 2024 – पश्चिम बंगाल में कर्सियांग के पास दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे पर एक 16 वर्षीय लड़के की ट्रेन से कटकर दर्दनाक मौत हो गई।

15 जून, 2024 – केरल के एक 62 वर्षीय व्यक्ति की उस समय मृत्यु हो गई जब वह मिलेनियम एक्सप्रेस की निचली बर्थ पर लेटे हुए थे, जब एक गलत तरीके से बंधी हुई बर्थ उनके ऊपर गिर गई।

17 जून, 2024 – पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में तेज गति और खराब सिग्नल के कारण रंगपानी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी कंचनजंघा एक्सप्रेस के पिछले हिस्से से टकरा गई, जिससे लगभग 11 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 60 लोग घायल हो गए।

18 जुलाई, 2024 – उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के झिलाही के पास डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के लगभग 12 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य घायल हो गए।

30 जुलाई, 2024 – हावड़ा-मुंबई सीएसएमटी मेल झारखंड के जमशेदपुर के पास पटरी से उतर गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 20 यात्री घायल हो गए।

17 अगस्त, 2024 – उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास साबरमती एक्सप्रेस के लगभग 22 डिब्बे पटरी से उतर गए, ट्रेन एक बड़े पत्थर से टकरा गई।

11 अक्टूबर, 2024 – तमिलनाडु के कावराईपेट्टई स्टेशन पर एक खड़ी मालगाड़ी के पिछले हिस्से से टकराने के बाद बागमती एक्सप्रेस पटरी से उतर गई और उसमें आग लग गई। कम से कम 19 लोग घायल हो गये।

25 अक्टूबर, 2024 – विवेक एक्सप्रेस का लोकोमोटिव कपलर टूटने के कारण तमिलनाडु में काटपाडी जंक्शन के पास डिब्बों से अलग हो गया।

26 अक्टूबर, 2024 – तमिलनाडु में रामेश्वरम के पास एक यात्री ट्रेन के ढीले ब्रेक शू से टकराकर 69 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई।

27 अक्टूबर, 2024 – महू-रतलाम फास्ट पैसेंजर में मध्य प्रदेश के रुनिजा और नौगांव स्टेशनों के बीच आग लग गई।

28 अक्टूबर, 2024 – हरियाणा में सांपला के पास जींद से दिल्ली जाने वाली एक यात्री ट्रेन में अवैध पटाखों में विस्फोट होने से चार यात्री घायल हो गए।

2 नवंबर, 2024 – केरल में शोरानूर के पास एक पुल की सफाई करते समय केरल एक्सप्रेस की चपेट में आने से दो महिलाओं सहित चार सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई।

9 नवंबर, 2024 – बिहार के बरौनी जंक्शन पर शंटिंग ऑपरेशन के दौरान लोकोमोटिव और पावर कार के बीच फंसने से एक रेलवे कर्मचारी की दर्दनाक मौत हो गई।

13 नवंबर, 2024 – तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले में एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई, जिससे ट्रेन सेवाओं में काफी व्यवधान हुआ, 39 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 61 का मार्ग बदल दिया गया।

22 जनवरी, 2025 – जलगांव ट्रेन दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए, जब पुष्पक एक्सप्रेस के यात्री गलती से बजे फायर अलार्म के कारण बगल के ट्रैक पर उतर गए और आने वाली कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।

ट्रेन सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की दिशा में अश्विनी वैष्णव कैसे काम कर रहे हैं?
इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का सामना करते हुए, वैष्णव के अधीन रेल मंत्रालय ने सुरक्षा सुधार पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखा है। ट्रेन प्रोटेक्शन और वार्निंग सिस्टम, कवच की शुरूआत, टकराव या पटरी से उतरने जैसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लागू की जा रही बड़ी तकनीकी प्रगति में से एक है।

इसके अलावा बेहतर बनाने के प्रयासों में रेलवे पटरियों के इलेक्ट्रिफिकेशन में तेजी लाना, पुरानी ट्रेनों को ज्यादा एडवांस्ड मॉडल्स से बदलना और रेलवे स्टेशनों की स्थिति में सुधार करना शामिल है। सरकार ट्रैक मॉडर्नाइज़ेशन, सिग्नलिंग सिस्टम में सुधार और एआई-आधारित निगरानी प्रणाली की शुरूआत में भी भारी निवेश कर रही है।

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