वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, मई में पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग उत्पाद, रेडिमेड कपड़ों और रसायनों के निर्यात में गिरावट आने से कुल निर्यात आंकड़े में कमी दर्ज की गई है।

इन आंकड़ों के मुताबिक, मई में देश का आयात भी 6.6 फीसद घटकर 57.1 अरब डालर पर आ गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 61.13 अरब डालर था। इस तरह मई में देश का व्यापार घाटा 22.12 अरब डालर रहा, जो पिछले पांच महीनों में सबसे अधिक है। इसके पहले दिसंबर, 2022 में व्यापार घाटा 23.89 अरब डालर रहा था।

चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों (अप्रैल-मई) में कुल मिलाकर निर्यात 11.41 फीसद घटकर 69.72 अरब डालर रहा है। इस अवधि में आयात भी 10.24 फीसद गिरावट के साथ 107 अरब डालर रहा है। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने आयात एवं निर्यात के इन आंकड़ों पर कहा कि वैश्विक व्यापार के मोर्चे पर प्रतिकूल हालात अब भी बने हुए हैं, क्योंकि कई देशों में आर्थिक मंदी एवं सुस्ती के हालात हैं।

उन्होंने कहा कि कुछ विकसित बाजारों में आर्थिक गतिविधियों के सुस्त पड़ने से आयात मांग पर असर पड़ा है। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि विकसित देशों में मांग जोर पकड़ेगी। इसके साथ ही बर्थवाल ने बताया कि निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए मंत्रालय एक व्यापार रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। दुनिया के 40 देशों में निर्यात बढ़ाने की इस मुहिम में वाणिज्य विभाग और उद्योग संवर्द्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग के अलावा इंवेस्ट इंडिया और विदेशों में स्थित भारतीय दूतावास भी लगे हुए हैं।