GST Relief 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ऐलान किया है कि इस वर्ष दिवाली के आस-पास GST में बड़ा बदलाव किया जाएगा। जिसमें सीमेंट, स्टील और ऑटोमोबाइल जैसे प्रमुख सेक्टर शामिल होंगे। सरकार GST स्लैब को 0%, 5%, 12%, 18%, 28% इन 5 दरों से घटाकर केवल 2 मुख्य दरें करने का इरादा रखती है। जरूरी वस्तुओं के लिए 5% और अधिकांश अन्य के लिए 18%, साथ ही हानिकारक वस्तुओं के लिए 40% की विशेष दर शामिल है।
इससे न केवल इंडस्ट्री और कंज्यूमर्स को लाभ मिल सकता है, बल्कि यह म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए भी एक अवसर बन सकता है। टाटा म्यूचुअल फंड की एक ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि इन क्षेत्रों में निवेश वाली योजनाएं मध्यम से लंबी अवधि में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं, क्योंकि कम कर लागत कम करते हैं, मांग बढ़ाते हैं और कॉर्पोरेट मुनाफे में ग्रोथ करते हैं।
टाटा म्यूचुअल फंड की एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि किन क्षेत्रों और म्यूचुअल फंड योजनाओं को जीएसटी में कमी का सीधा लाभ मिल सकता है।
GST में किस क्षेत्र को मिलेगी राहत?
GST में सीमेंट और निर्माण सामग्री, स्टील और मैनुफेक्चरिंग प्रोडक्ट, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, ऑटोमोबाइल और ऑटो सहायक उपकरण, सैनिटरी वेयर और टाइलें को राहत मिलने की राहत है।
निवेशकों के लिए क्या है इसका मतलब?
इन क्षेत्रों में निवेश करने वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं को जल्द ही बेहतर रिटर्न मिल सकता है। खास तौर पर थीमैटिक और सेक्टोरल फंड जो इंफ्रास्ट्रक्चर, उपभोक्ता और मैन्युफैक्चरिंग पर केंद्रित हैं।
टाटा म्यूचुअल फंड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन सेक्टरों में सरकार के कदम से मांग बढ़ेगी और कंपनियों के लाभ मार्जिन में सुधार होगा। परिणामस्वरूप, निवेशकों के फंड वैल्यू पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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Key funds expected to benefit from GST relief (based on Tata Mutual Fund report)
– निप्पॉन इंडिया पावर एंड इंफ्रा फंड (Nippon India Power & Infra Fund)
– एचडीएफसी इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (HDFC Infrastructure Fund)
– आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल कमोडिटीज फंड (ICICI Prudential Commodities Fund)
– एसबीआई पीएसयू फंड (SBI PSU Fund)
– यूटीआई ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड (UTI Transportation & Logistics Fund)
– कोटक मैन्युफैक्चरिंग फंड (Kotak Manufacturing Fund)
– एक्सिस इंडिया मैन्युफैक्चरिंग फंड (Axis India Manufacturing Fund)
– आदित्य बिड़ला सन लाइफ कमोडिटीज फंड (Aditya Birla Sun Life Commodities Fund)
– एडलवाइस बिजनेस साइकिल फंड (Edelweiss Business Cycle Fund)
– टाटा इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इकोनॉमिक रिफॉर्म फंड (Tata Infrastructure & Economic Reform Fund)
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इन कंपनियों का एक बड़ा हिस्सा उन कंपनियों में निवेशित है, जिनकी लागत GST कटौती से सीधे प्रभावित होगी।
बेनिफिट और रिस्क
बेनिफिट
कम टैक्स से बेनिफिट बढ़ेगी, कंपनियों का मुनाफा बढ़ेगा और निवेशकों को लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
रिस्क
थीमैटिक फ़ंड हमेशा एरिया स्पेसिफिक होते हैं। अगर किसी सेक्टर का प्रदर्शन खराब होता है या नीति में बदलाव होता है, तो रिस्क भी उतना ही बड़ा हो सकता है।
सावधानी जरूरी
हमेशा याद रखें कि पिछला रिटर्न फ्यूचर के रिटर्न की गारंटी नहीं है। थीमैटिक फ़ंड सिर्फ उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं जिनकी निवेश अवधि लंबी है और जो सेक्टोरल उतार-चढ़ाव को झेल सकते हैं।
[Disclaimer: ये आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से निवेश सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।]