Tesla is coming to india: टेस्ला- एक ऐसा नाम है जिसे भारतीयों ने पिछले कई महीनों से लगातार सुना है। लेकिन अब तक Elon Musk की Tesla भारत में एंट्री नहीं कर पाई है। अब एक बार फिर चर्चा है कि टेस्ला दुनिया में अपना ‘सबसे अफॉर्डेबल’ इलेक्ट्रिक व्हीकल पेश करने की तैयारी कर रही है। और भारत इस ग्रीन इनोवेशन को देखने वाला पहला नॉन-यूरोपीय देश हो सकता है। हम आपको बता रहे हैं कि आखिर क्यों एक बार फिर टेस्ला के भीरत में आने की खबरें जोरों पर हैं। आखिर क्यों अभी तक भारतीय उपमहाद्वीप में टेस्ला की एंट्री नहीं हो सकी है? चलिए बताते हैं आपको इस बारे में सबकुछ…
मस्क और भारत सरकार के बीच जल्द होगा समझौता
Bloomberg News की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क और भारत सरकार के बीच जल्द एक समझौता हो सकता है। जिससे 2024 से Tesla पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी घट जाएगी। यह ड्यूटी कंपनी द्वारा अगले दो सालों में भारत में अपनी फैक्ट्री सेटअप करने तक जारी रहेगी। बता दें कि टेस्ला भारत में लगने वाले अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में 2 बिलियन डॉलर तक निवेश कर सकती है। इसके अलावा घरेलू ऑटोमेटिव कंपोनेंट बनाने वाली कंपनियों से 15 बिलियन डॉलर तक की कीमत के पार्ट्स खरीद सकती है।
बता दें कि मस्क के लिए यह डील एक जीत मानी जा सकती है। और उम्मीद है कि भारतीय ग्राहकों भी दुनिया के इस सबसे टॉप इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए 15 प्रतिशत ड्यूटी देने में परहेज नहीं करेंगे क्योंकि फिलहाल इंपोर्टेड व्हीकल्स पर भारत में 100 फीसदी इंपोर्ट फीस लगती है।
PM मोदी-मस्क की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के अपने दौरे पर एलन मस्क के साथ मुलाकात की थी। इस मीटिंग में दोनों तरफ से यानी भारत सरकार और दुनिया के सबसे इनोवेटिव ब्रैंड टेस्ला के बीच आपसी सहयोग की इच्छा जताई गई थी।
अब लगता है कि भारत सरकार के साथ टेस्ला एक एग्रीमेंट करने के करीब है जिससे देश में टेस्ला की एंट्री का रास्ता साफ हो जाएगा। सरकार एक नई पॉलिसी ला सकती है जिससे भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने वाली कंपनियों के लिए इंपोर्ट टैक्स कम हो जाएगा।
जर्मनी में डेब्यू के बाद भारत आएगी दो दरवाजों वाली टेस्ला कार
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो दरवाजों वाली इलेक्ट्रिक टेस्ला कार एक सेडान या SUV हो सकती है। यह कार जर्मनी में सबसे पहले डेब्यू कर सकती है। हालांकि, खबरें हैं कि भारत इस व्हीकल के लिए दूसरा मार्केट होगा। इस ईवी को लेकर उम्मीद है कि यह टेस्ला की भारत में फ्लैगशिप कार होगी और देश में इसकी अच्छी खासी डिमांड होने की उम्मीद है।
CKD Route और किफायती दाम
भारत के लिए टेस्ला की रणनीति पर बात करें तो कंपनी Completely Knocked Down (CKD) रूट अपनाएगी। इसमें जर्मनी से किट इंपोर्ट करने से लेकर कंपनी भारत में प्रोडक्शन प्रोसेस को बड़ स्तर पर शुरू करने की योजना बना रही है। आने वाली टेस्ला EV का दाम 25,000 यूरो (करीब 20 लाख रुपये) हो सकती है।
Moneycontrol की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला की यह ‘सबसे किफायती कार’ देश में कंपनी का दूसरा प्रोडक्ट हो सकता है। भारत में कंपनी Model Y के साथ डेब्यू कर सकती है।