TCS Salary Hike: देश की बड़ी आईटी कंपनियों में से एक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह चालू वित्त वर्ष में अपने लगभग 2% कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। अब कंपनी ने मार्च 2025 को समाप्त होने वाले पिछले वित्तीय वर्ष के लिए सालाना सैलरी हाइक का ऐलान किया है।
मामले से परिचित लोगों ने ET को बताया कि जूनियर से लेकर मिड-लेवल बैंड (फ्रेशर से ग्रेड C3A तक) के कर्मचारियों को 4.5 फीसदी से 7 फीसदी तक की बढ़ोतरी मिलेगी, जबकि हाई परफॉर्मेंस करने वालों को 10% से अधिक भुगतान की उम्मीद हो सकती है।
यह हाइक पिछले 4 साल में सबसे कम है। वित्त वर्ष 2024 में औसत सैलरी हाइक 4.5-7% थी, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 6-9% और वित्त वर्ष 2022 में 10.5% रही।
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सैलरी संशोधन 1 सिंतबर से होगा प्रभावी
आम तौर पर अप्रैल में लागू होने वाली यह बढ़ोतरी 1 सितंबर से प्रभावी होगी। बैंड C3B, C4 और C5 के सीनियर लेवल के कर्मचारी इसमें शामिल नहीं हैं। एक सूत्र ने ET को बताया, “यह हाइक पूर्वव्यापी आधार पर नहीं की जाएगी और कर्मचारियों को सितंबर महीने के सैलरी रोलआउट से शुरू होगी।”
TCS के CHRO मिलिंद लक्कड़ और CHRO नामित के. सुदीप द्वारा कर्मचारियों के साथ शेयर किए गए 6 अगस्त के एक इंटरनल ईमेल में कहा, “हमें C3A और समकक्ष ग्रेड तक के सभी पात्र सहयोगियों के लिए वेतन संशोधन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जो हमारे 80% कर्मचारियों को कवर करेगा। यह 1 सितंबर 2025 से प्रभावी होगा।”
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छंटनी
यह बढ़ोतरी कार्यबल में चल रहे बदलावों के बीच हुई है, क्योंकि टीसीएस चालू वित्त वर्ष में अपने 6 लाख कर्मचारियों में से लगभग 2% – 12,000 से अधिक मध्यम और वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। जून तक, TCS में 613,069 लोग कार्यरत थे।
TCS का सतर्क रुख व्यापक इंडस्ट्री रुझानों को दर्शाता है, जिसमें धीमी रेवेन्यू ग्रोथ, ग्राहकों के निर्णयों में देरी और टैरिफ और AI-संचालित परिवर्तनों से जुड़ी चिंताएं शामिल हैं जो ऑपरेशन को प्रभावित कर रही हैं। TCS ने जून में एक नई बेंच नीति भी पेश की, जिसके तहत कर्मचारियों को बिना किसी प्रोजेक्ट आवंटन के सालाना अधिकतम 35 दिन काम करने की अनुमति दी गई।
कार्यबल संबंधी इन फैसलों का कर्मचारियों और यूनियनों ने विरोध किया है, जबकि केंद्र के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और कर्नाटक के श्रम विभाग ने भी इसकी कड़ी आलोचना की है।