सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया पर करीब 68 साल बाद फिर से टाटा समूह का कब्जा होगा। खबर के मुताबिक गुरुवार को केंद्र सरकार इसकी औपचारिक कमान टाटा समूह को सौंप सकती है। इसके साथ ही अधिकारियों ने जानकारी दी कि गुरुवार को मुंबई से संचालित होने वाली चार उड़ानों में टाटा “उन्नत भोजन सेवा” शुरू करके अपना पहला कदम उठाएगी।

बता दें कि भोजन सेवा के अलावा अभी एयर इंडिया टाटा समूह के बैनर तले उड़ान नहीं भरेगी। एयर इंडिया पर पूरी तरह से कमान को लेकर अधिकारियों ने कहा कि इसके लिए नई तारीख बताई जाएगी। उसके बाद से ही टाटा समूह के बैनर के तहत एयर इंडिया अपनी उड़ान भरेगी।

इनमें मिलेगी फूड सर्विस: अधिकारियों ने कहा कि जिन उड़ानों में उन्नत भोजन सेवा दी जाएगी उनमें AI864 (मुंबई-दिल्ली), AI687 (मुंबई-दिल्ली), AI945 (मुंबई-अबू धाबी) और AI639 (मुंबई-बेंगलुरु) शामिल हैं। वहीं अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार को मुंबई-नेवार्क उड़ान और मुंबई-दिल्ली की पांच उड़ानों में ‘उन्नत भोजन सेवा’ दी जाएगी। उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से इसका विस्तार किया जाएगा।

गौरतलब है कि सरकार ने प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के तहत टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को पिछले साल आठ अक्टूबर को 18,000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया को बेच दिया था। टैलेस प्राइवेट लिमिटेड टाटा समूह की ही होल्डिंग कंपनी की अनुषंगी इकाई है। ऐसे में अब गुरुवार को उम्मीद है कि इस डील की बाकी बची औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी। जिसके बाद इसे टाटा समूह को सौंप दिए जाने की संभावना है।

शुरुआत: बता दें कि टाटा एयर सर्विसेज के तौर पर जे आर डी टाटा ने 1932 में एयर इंडिया की स्थापना की थी। आगे चलकर इसका नाम बदलकर टाटा एयरलाइंस कर दिया गया था। वहीं साल 1953 में भारत सरकार के एयर कॉरपोरेशन एक्ट के बाद टाटा संस से एयरलाइन में मालिकाना हक खरीद लिया। हालांकि इसके बाद भी जे आर डी टाटा 1977 तक इसके चेयरमैन बने रहे।

सरकार के पास मालिकाना हक आने के बाद कंपनी का नाम बदलकर एयर इंडिया इंटरनेशनल लिमिटेड कर दिया गया। वहीं अब एयर इंडिया फिर से टाटा समूह के पास आ चुकी है। टाटा समूह को इसे वापस लेने में 68 साल का समय लग गया।