केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने रविवार को योग दिवस के मौके पर कहा कि जो लोग नियमित योग करते हैं, उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण होने की आशंका कम होती है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर नाइक ने कहा कि भारत और दुनिया भर में योग के प्रचार के चलते कोविड-19 से निपटने में मदद मिली है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे भरोसा है कि भारत और दुनिया में मोदी सरकार की ओर से योग के प्रचार के चलते कोरोना से निपटने में मदद मिलेगी। योग करने वाले लोगों कोरोना होने के चांस कम हैं। गोवा की राजधानी पणजी स्थित अपने गांव में योग करने के बाद नाइक ने कहा कि इससे इम्युनिटी बढ़ती है और श्वसन तंत्र मजबूत होता है। इससे कोरोना जैसी बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
केंद्रीय मंत्री नाइक को लेह में योग दिवस के मौके पर कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन कोरोना संकट के चलते प्रोग्राम को कैंसल करना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस संकट के चलते ही लोगों को घर पर रहकर ही योग करने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि हमें बहुत अच्छा रेस्पॉन्स मिला है। घरों में ही लोग योग कर रहे हैं। हमारी सलाह है कि किसी एक स्थान पर योग के कार्यक्रम में 20 से ज्यादा लोग एकत्र नहीं होने चाहिए। उनके अलावा गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि योग बाहरी कारकों को नियंत्रित नहीं करता, लेकिन हमारे शरीर की आतंरिक क्षमता को बढ़ाता है। इससे व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
इससे पहले सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने योग दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण योग की आवश्यकता पहले के मुकाबले कहीं अधिक महसूस हो रही है और यह प्राचीन भारतीय परंपरा दुनियाभर में काफी संख्या में कोविड-19 रोगियों को इस बीमारी को हराने में मदद कर रही है। मोदी ने छठे अंतररष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने संदेश में कहा कि कोविड-19 विशेष रूप से हमारे श्वसन तंत्र पर हमला करता है और श्वसन तंत्र ‘प्राणायाम’ या सांस लेने संबंधी व्यायाम से मजबूत होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग एकता की एक शक्ति के रूप में उभरा है और यह नस्ल, रंग, लिंग, आस्था और राष्ट्रों के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। उन्होंने कहा, ‘योग एक स्वस्थ ग्रह की हमारी चाह बढ़ाता है। यह एकता के लिए एक शक्ति के रूप में उभरा है और मानवता को और मजबूत करता है। यह भेदभाव नहीं करता। यह नस्ल, रंग, लिंग, आस्था और राष्ट्रों के परे है। योग को कोई भी अपना सकता है।’

