सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) की देश के तेल एवं गैस उत्पादन में हिस्सेदारी बढ़कर 70 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
इस खबर के बावजूद शेयर बाजार में कोई खास प्रभाव नहीं दिखा। ओएनजीसी में निवेशकों की मुनाफावसूली हावि रही। कंपनी का शेयर भाव 0.65 फीसदी लुढ़क कर 114.30 रुपये के स्तर पर आ गया। इस दौरान ओएनजीसी का मार्केट कैपिटल 1 लाख 44 हजार करोड़ रुपये के करीब रहा। वहीं, इसी क्षेत्र में काम करने वाली मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज की बात करें तो 1.40 फीसदी के नुकसान के साथ 2108.75 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुआ। वहीं, कंपनी का मार्केट कैपिटल लुढ़ककर 13,36,829 करोड़ रुपये पर आ गया।
शेयर बाजार का हाल: शेयर बाजारों में सोमवार को उतार चढ़ाव भरे कारोबार में लगातर दूसरे दिन गिरावट रही। औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति के निराशजनक आंकड़ों के अलावा कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच निवेशक बाजार से दूर नजर आये। कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में उछाल से भी शेयर बाजार में निवेशकों को उत्साह नहीं मिला।
बीएसई के तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स में कारोबार के दौरान 1,035.71 अंक का उतार-चढ़ाव आया। अंत में यह 397 अंक यानी 0.78 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,395.08 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 101.45 अंक यानी 0.67 प्रतिशत टूटकर 14,929.50 अंक पर बंद हुआ।
मुख्य रूप से बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही जबकि आईटी कंपनियों के शेयरों में तेजी रही। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान बजाज फिनसर्व में हुआ। यह शेयर 2.68 प्रतिशत गिरावट में रहा।
बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस, एल एंड टी, एशियन पेंट्स, डा. रेड्डीज, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज भी हानि में रहे। लाभ में रहे प्रमुख शेयरों में टेक महिंद्रा, पावरग्रिड, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक और एनटीपीसी शामिल हैं। इनमें 2.22 प्रतिशत तक की तेजी आयी।