उर्जित पटेल को भारतीय रिजर्व बैंक का गवर्नर नियुक्त किए जाने की घोषणा के बाद निवेशकों के सतर्क रुख के चलते सेंसेक्स लगातार दूसरे सत्र में दबाव में रहा तथा लगभग 91 अंक टूटकर बंद हुआ। कारोबारियों का कहना है कि पटेल द्वारा ऊंची मुद्रास्फीति के मद्देनजर नीतिगत ब्याज दर में कटौती की संभावना लगभग नहीं है। इस सोच ने बाजार धारणा को प्रभावित किया। इसके अलावा अन्य एशियाई व यूरोपीय निवेशकों की कमजोर धारणा का असर भी बाजार पर रहा। सरकार ने पिछले शनिवार (20 अगस्त) को ही उर्जित पटेल को आरबीआई का नया गवर्नर नियुक्त करने की घोषणा की है। वे रघुराम राजन की जगह लेंगे जो चार सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स सुबह 28,088.07 अंक पर ऊंचे रुख के साथ खुला। कारोबार के दौरान 28,143.28 और 27,918.05 अंक के दायरे में रहने के बाद यह 91.46 अंक टूटकर 27,985.54 अंक पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स का 11 अगस्त के बाद का न्यूनतम बंद स्तर है। इससे पूर्व सत्र में शुक्रवार (19 अगस्त) को सेंसेक्स 46.44 अंक टूटा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी बिकवाली दबाव के कारण 37.75 अंक टूटकर 8,629.15 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,684.85 और 8614 अंक के दायरे में रहा। जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंसियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘रिजर्व बैंक के नए गवर्नर की घोषणा के बीच बाजार टूटा, रच्च्पया कमजोर हुआ तथा बांड आय में वृद्धि हुई। बाजार का मानना है कि निकट भविष्य में दर में कटौती की संभावना नहीं है क्योंकि प्राथमिकता मुद्रास्फीति पर काबू पाना ही होगी।’

सूचकांक आधारित 30 शेयरों में से 19 टूटकर बंद हुए। बिकवाली दबाव के कारण लुपिन का शेयर सबसे अधिक 2.03 प्रतिशत टूटा। इसी तरह टीसीएस, सन फार्मा, एक्सिस बैंक, एसबीआई, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, ओएनजीसी, विप्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स व आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में गिरावट आई। इसके विपरीत हिंद यूनीलीवर, आईटीसी, एचडीएफसी लिमिटेड, कोल इंडिया, सिप्ला, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, पावरग्रिड, एलएंडटी, गेल व डा रेड्डीज का शेयर लाभ के साथ बंद हुआ।