देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया है। उन्होंने इसे एफडी में पैसे जमा करने वाले के लिए इसे अच्छा बताया और एफडी (Fixed Deposit) की ब्याज दर में वृद्धि करने के संकेत भी दिए।
खारा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “जहां तक नई एफडी का सवाल है वे नई ब्याज दर के मुताबिक होंगी। हमने इससे पहले भी कुछ एफडी स्कीमों की ब्याज दरों में वृधि की है। मौजूदा समय में अगर आप एसबीआई में 12 से 24 महीनों की एफडी कराते हैं तो फिर आपको 5.10 फीसदी की ब्याज दर मिलती है। वहीं, अगर आप 3-4 साल के बीच की अवधि की एफडी कराते हैं तो आपको 5.45 फीसदी की ब्याज मिलेगी।”
आगे उन्होंने कहा कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी एफडी निवेशकों के लिए अच्छा है जबकि लोन लेने वालों के लिए खराब है। लोन सीधे तौर पर ब्याज दरों से जुड़े हुए होते हैं जैसे ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी होती है। इसका सीधा प्रभाव लोन की ब्याज दरों पर दिखाई देता है।
महंगाई पर काबू करना जरुरी: खारा ने कहा कि मौजूदा समय में ग्रोथ बनाए रखने के लिए महंगाई पर काबू पाना जरुरी है और यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में आगे और अधिक बढ़ोतरी पर खारा ने कहा कि इस बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है।
खारा ने आरबीआई की ओर से रुपे क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से जोड़ने पर कहा कि यह एक अच्छा फैसला है। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द मास्टर कार्ड और वीजा क्रेडिट कार्डों को भी जल्द जोड़ा जाएगा।
बता दें, बुधवार (9-जून-2022) को आरबीआई ने देश में बढ़ती हुई महंगाई को देखते हुए रेपो रेट में 0.5 फीसदी का इजाफा किया था। इस दौरान आरबीआई की ओर से वित्त वर्ष 23 के लिए महंगाई दर के अनुमान में भी 1 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी।