भारतीय स्‍टेट बैंक (State Bank of India) ने मंगलवार को मार्जिन कॉस्‍ट ऑफ फंड बेस्‍ड लेडिंग रेट (MCLR) में सभी टेन्‍योर के लिए 10-15 बेसिस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है। बैंक ने एक साल के लिए MCLR 10 bps बढ़ाकर 8.05 परसेंट कर दिया है। इस बढ़ोतरी के बाद अब एसबीआई से लोन लेना महंगा हो जाएगा। साथ ही आपके लोन की ईएमआई भी बढ़ा जाएगी।

बैंक की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, कुछ छोटी अवधि की मैच्‍योरिटी के लिए उधार दरों में 15 बीपीएस की वृद्धि की गई है और यह 7.60 फीसदी से 8.05 प्रतिशत की सीमा में है, जबकि दो और तीन साल में परिपक्व होने वाले लोन की दरें 8.25 प्रतिशत और 8.35 प्रतिशत हैं। अन्य में एक महीने और तीन महीने की एमसीएलआर को 15-15 आधार अंक बढ़ाकर 7.75 फीसदी कर दिया गया है। छह महीने की एमसीएलआर 15 आधार अंक बढ़कर 8.05 फीसदी हो गई है। SBI की वेबसाइट के अनुसार, कर्जदाता बैंक ने जून से एमसीएलआर में 85 बीपीएस की वृद्धि की है।

SBI की एफडी में बढ़ोतरी

गौरतलब है कि सितंबर में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर में 50 बीपीएस की बढ़ोतरी के बाद, एसबीआई ने सितंबर के लिए एमसीएलआर को अपरिवर्तित रखा था, लेकिन अगले महीने में इसने 25 बीपीएस की तेज बढ़ोतरी की। बैंक ने एक से दो साल के बीच मैच्योर होने वाली सावधि जमा पर ब्याज दर 50 बीपीएस बढ़ाकर अक्टूबर में 6.10 फीसदी कर दी है। वहीं आरबीआई ने इस साल रेपो रेट में 190 प्‍वाइंट की बढ़ोतरी की है।

बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी बढ़ाया था एमसीएलआर

अभी हाल ही में बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी अपने एमसीएलआर में 10 बेसिस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी की थी। इस बढ़ोतरी के बाद कर्जदाता की ओर से दी जाने वाली एक साल की एमसीएलआर अब 8.05 फीसदी है। छोटी अवधि के लिए उधार दरें 7.25 फीसदी से 7.90 प्रतिशत की सीमा में हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा की वेबसाइट के अनुसार, जून के बाद MCLR में 65 bps अंक का इजाफा हुआ है।