डॉलर के बढ़ने और मंदी की आशंका के बीच सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। वहीं एक्‍सपर्ट का मानना है कि इस दिवाली के बाद सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में कई कंपनियां आपको लुभावने ऑफर पर डिजिटल गोल्‍ड में निवेश करने के लिए करती हैं। कंपनियां सोना बेचने के लिए हर तरह के प्रयास करती हैं। खासकर करवा चौथ, धनतेरस और दिवाली से पहले, आपको कई ऑनलाइन और ऑफलाइन ऑफर्स देखने को मिल सकते हैं, लेकिन आपको सावधानी बरतनी चाहिए।

अगर आप भी डिजिटल गोल्‍ड में निवेश दिवाली और धनतेरस पर करना चाहते हैं, तो यहां इस त्‍योहारी सीजन में डिजिटल गोल्‍ड खरीदने या निवेश करने से बचने के 5 वजह के बारे में जानकारी दी गई है। ये ऐसे तथ्य हैं जिन्हें डिजिटल गोल्ड सेल्सपर्सन अक्सर छिपाने या उलझाने की कोशिश करते हैं।

नियमित नहीं और सुरक्षित नहीं

डिजिटल गोल्‍ड में निवेश करना सुरक्षित नहीं है, क्‍योंकि‍ भारत में डिजिटल गोल्ड निवेश को नियमित नहीं किया गया है। इसी के मद्देनजर, पिछले साल सेबी ने सलाहकारों और ब्रोकरेज को डिजिटल सोने में निवेश करने से रोक दिया था। ऐसे में डिजिटल सोने में निवेश को लेकर आपको कभी भी ऐसी कंपनी में निवेश नहीं करना चाहिए, जो नियमित नहीं हैं। साथ ही जब तक डिजिटल गोल्‍ड को नियमित और मान्‍यता नहीं दिया जाता है, तबतक निवेशकों को इससे दूर रहना चाहिए।

ज्‍वैलरी में बदलने पर एक्‍स्‍ट्रा चार्ज

अगर आप डिजिटल गोल्‍ड को ज्‍वैलरी में बदलना चाहते हैं और इसका इस्‍तेमाल करना चाहते हैं तो आपको अतिरिक्‍त लागत देनी पड़ेगी। ऐसा इसलिए, क्‍योंकि डिजिटल गोल्‍ड के ग्राम की कीमत, वास्‍तविक सोने से मेल नहीं खाती हैं। डिजिटल सोने की दरें हमेशा आभूषण दरों से कम होती हैं। इसके अलावा, एक्सचेंज के लिए जाने पर, ग्राहकों को टैक्स और मेकिंग चार्ज के रूप में अतिरिक्त लागत का भुगतान करना पड़ता है। साथ ही GST को दो बार लगाया जाता है, जब डिजिटल सोना बेचा जाता है और ज्‍वैलरी तैयार करने के बाद।

आपका सोना है या नहीं, इसकी जांच नहीं कर सकते

कंपनियांं वादा करती है कि वास्‍तविक सोने के बराबर डिजिटल सोना रखा जाता है, लेकिन आप इसकी जांच नहीं कर सकते हैं। साथ ही वह यह भी नहीं जान सकते हैं कि उनका सोना स्‍टोर में जमा किया गया है या नहीं। इस कारण, फ्रॉड होने का खतरा बढ़ सकता है।

जमा पर कोई ब्‍याज नहीं

कुछ डिलिटल गोल्‍ड सेलर, कस्‍टमर्स को काफी कम मात्रा में सोना जमा करने की अनुमति देते हैं। इसपर ग्राहक किसी तरह का ब्‍याज हासिल नहीं कर सकते हैं। डिजिटल गोल्‍ड खरीदार तभी मुनाफा कमा सकते हैं, जब बाजार में सोने की कीमत में इजाफा होता है। इसके साथ ही डिजिटल सोने बेचने पर टैक्‍स और सेल्‍स टैक्‍स लगाया जाता है।

स्‍टोरेज सुविधा फ्री नहीं

विक्रेताओं की ओर से दावा किया जाता है कि वह सोने को एक सुरक्षित लॉकर में रखते हैं, जिसके लिए लोगों को चार्ज देना होता है। आमतौर पर पांच साल के लिए लॉकर दिया जाता है, उसके बाद मासिक के आधार पर चार्ज वसूल किया जाता है।

क्‍या है बेहतर ऑप्शन

अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो आप RBI की ओर से पेश किए जा रहे सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) में निवेश कर सकते हैं। यह सुरक्षित भी है और अच्‍छा ब्‍याज भी पेश करता है। साथ ही गोल्ड ईटीएफ में भी आप निवेश कर सकते हैं।