Reliance Shareholders to ger 1:1 bonus: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपने शेयरधारकों को बोनस शेयर देगी। कंपनी हर शेयर पर 1 शेयर बोनस को तौर पर देगी। रिलायंस के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कंपनी की 47वीं सालाना आम बैठक (AGM) में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में शेयरधारकों को 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने की सिफारिश की जाएगी। इस बारे में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग 5 सितंबर को होगी।
रिलायंस के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा, ‘‘जब रिलायंस बढ़ता है, तो हम अपने शेयरधारकों को अच्छा इनाम देते हैं।’’ अंबानी ने साथ ही कहा कि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और उन्नत विनिर्माण को रणनीतिक रूप से अपनाने से रिलायंस निकट भविष्य में दुनिया की शीर्ष-30 कंपनियों में अपना स्थान सुरक्षित कर लेगी। उन्होंने कहा कि भविष्य अतीत की तुलना में कहीं अधिक उज्ज्वल है।
उन्होंने आगे कहा, ‘‘रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023-24 में शोध एवं विकास पर 3,643 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, जिससे पिछले चार वर्षों में शोध पर हमारा खर्च 11,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया। हमारे सभी व्यवसायों में महत्वपूर्ण शोध परियोजनाओं पर 1,000 से अधिक वैज्ञानिक और शोधकर्ता काम कर रहे हैं।’’
रिलायंस में नौकरियों में कटौती की खबरों का किया खंडन
रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी में नौकरियों में कटौती की खबरों को खारिज करते हुए इसे भ्रामक बताया। मुकेश अंबानी ने स्पष्ट किया कि रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तव में लाखों नौकरियां जोड़ी हैं। वे रिलायंस की 47वीं वार्षिक आम बैठक में बोल रहे थे। अंबानी ने बताया कि रिलायंस ने कुल 1.7 लाख नई नौकरियां दी हैं। कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर अब 6.5 लाख से अधिक हो गई है।
मानव जाति के विकास में एआई को संभवतः सबसे बड़ा परिवर्तनकारी घटक बताते हुए अंबानी ने कहा कि इसने लोगों के समक्ष आने वाली अनेक जटिल समस्याओं के समाधान के अवसर खोले हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि साथ ही वैश्विक स्तर पर जारी संघर्ष वैश्विक शांति, स्थिरता और यहां तक कि राष्ट्रों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए भी खतरा उत्पन्न कर रहे हैं।
अंबानी ने कहा, ‘‘ग्लोबल साउथ में बेहतर जीवन की बढ़ती आकांक्षाओं के बीच विकास संबंधी विषमताओं को नजरअंदाज करना अब न तो संभव है और न ही स्वीकार्य है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, इस अनिश्चित समय में भी, एक बात निश्चित है। वह निश्चितता है नए भारत का निरंतर उदय जो अमृत काल में विकसित भारत के लक्ष्य की ओर आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।’’ अंबानी ने कहा कि जनसंख्या संबंधी लाभ और अपेक्षाकृत कम ऋण बोझ के साथ, भारत दुनिया के लिए सबसे बड़े विकास इंजनों में से एक है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष का अनुमान है कि 2027 तक भारत जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर उतार-चढ़ाव के बावजूद, भारत दुनिया के लिए आकर्षक स्थल बना हुआ है। अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सशक्त आबादी, बढ़ती आर्थिक शक्ति और शांति की सदियों पुरानी वकालत के साथ, हमारा देश दुनिया को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”