नोटों पर महात्मा गांधी हटाने को लेकर चल रही मीडिया रिपोर्ट को आरबीआई ने खारिज कर दिया। इसके साथ ही इन खबरों को तथ्यहीन और फर्जी करार दिया है। इस खबर पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए आरबीआर ने कहा कि मीडिया के वर्ग ने नोटों के बदलाव से जुड़ी कुछ बातें रिपोर्ट की जा रही है कि आरबीआई मौजूदा करेंसी में महात्मा गांधी की तस्वीर को बदल कर कुछ अन्य लोगों की तस्वीर वाले नोट छापने की तैयारी कर रहा है। आगे कहा कि ऐसा कोई भी प्रस्ताव फिलहाल रिजर्व बैंक के सामने नहीं है।
नोटों में बदलाव की फैली थी अफवाह: इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्टों के हवाले से यह दावा किया जा रहा था कि आरबीआई नोटों पर रविंद्र नाथ टैगोर और एपीजे अब्दुल कलाम की फोटो छाप सकता है। नई सीरीज में यह नोट जारी किए जाएगे। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि महात्मा गांधी की फोटो हर नोट पर से नहीं हटाई जाएगी बल्कि कुछ नोटों से ही हटाई जाएगी। खबर फैलने के बाद आरबीआई की ओर से इसका खंडन किया गया और कहा कि आरबीआई नोटों को लेकर कोई बदलाव नहीं करने वाली है।
मीडिया में छपी थी ये रिपोर्ट: मीडिया संस्थानों द्वारा छापी गई रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई और वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने महात्मा गांधी, रविंद्र नाथ टैगोर और एपीजे अब्दुल कलाम वाले दो अलग-अलग वाटरमार्क वाले सेट्स को आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर दिलीप पी साहनी को भेजकर उनसे चुनने के लिए कहा है, जिससे सरकार के सामने प्रस्ताव रखा जा सके।
रिपोर्ट में एक दवा यह भी किया गया था कि 2020 में भी आरबीआई की ओर से नोटों पर रविंद्र नाथ टैगोर और एपीजे अब्दुल कलाम की तस्वीर वाले नोट छापने की सिफारिश की थी। हालांकि तब उसे सरकार की ओर से नकार दिया गया था।
आरबीआई ने जारी की प्रेस रिलीज: इस अफवाह के जोर पकड़ने के बाद आरबीआई ने प्रेस रिलीज डेट कर जानकारी दी है जिसमें इस खबर को निराधार बता दिया गया है और कहा गया है कि आरबीआई में फिलहाल इस प्रकार का कोई भी प्रपोजल नहीं रखा गया है।