उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) इंस्टाग्राम (Instagram) पर काफी एक्टिव रहते हैं। उनके सारे ही पोस्ट काफी रोचक होते हैं। इन पोस्ट में अक्सर कुत्ते के प्रति उनका प्रेम दिख जाता है। रतन टाटा की एक ताजा पोस्ट में उनका डॉगी के प्रति यही प्रेम एक बार फिर दिखा है। लोग भी इस तस्वीर को काफी पसंद कर रहे हैं।
टाटा द्वारा शेयर की गई यह तस्वीर उनके टाटा समूह के होटल ताज के एक कर्मचारी और एक कुत्ते की है। तस्वीर में देखा जा सकता है कि मुंबई की भारी बारिश से एक आवारा कुत्ते को बचाने के लिए ताज के कर्मचारी ने छाता खोला हुआ है।
कुत्ते के साथ छाता शेयर करने की तस्वीर वायरल
टाटा इस तस्वीर के साथ लिखते हैं, ‘‘इस मानसून में आवारा कुत्तों के साथ राहत के पल साझा करना। ताज का यह कर्मचारी इतना दयालु था कि उसने कुत्ते के साथ अपना छाता साझा किया, जबकि भारी बारिश हो रही थी। मुंबई की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिल को छू लेने वाला पल।’’
रतन टाटा इंस्टाग्राम (Ratan Tata Instragram) पर जो कुछ भी शेयर करते हैं, वह खास होता है। लोग भी उनके पोस्ट को खूब पसंद करते हैं। यह पोस्ट भी लोगों को भा रही है और इसे कई लाख लोग पसंद कर चुके हैं। यूजर ताज के कर्मचारी की दयालुता की खूब ताारीफ भी कर रहे हैं।
83 साल की उम्र में पियानो बजाना सीखना चाहते हैं Ratan Tata
इससे पिछले सप्ताह रतन टाटा ने इंस्टाग्राम पर बताया था कि वह 83 साल की उम्र में पियानो बजाना साीखना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि युवावस्था में उन्होंने पियानो बजाना थोड़ा-बहुत सीखा था। सेवानिवृत्ति के बाद भी एक बार प्रयास किया। अब फिर से एक प्रयास करना चाहता हूं।
गोवा है Ratan Tata का पसंदीदा कुत्ता
आपको बता दें कि टाटा समूह के मुख्यालय बॉम्बे हाउस में कुत्तों के लिए अलग से एक कमरा है। इससे कुत्तों के प्रति टाटा के लगाव का पता चलता है। रतन टाटा के पास कई कुत्ते हैं। उनके पसंदीदा कुत्ते का नाम गोवा है। वह इंस्टा पर गोवा के साथ अपनी तस्वीरें साझा करते रहते हैं।
इसे भी पढ़ें: जेफ बेजोस की अमेजन और अंबानी के जियोमार्ट को टक्कर देगा टाटा का यह सुपरऐप, नए साल में होगा लांच
गोवा के नामकरण की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। इस बारे में पूछे जाने पर मशहूर उद्योगपति ने बताया था कि वह एक छोटा सा पिल्ला था, जो गोवा शहर में इधर-उधर घूम रहा था। इसके बाद वह मेरे सहयोगी की गाड़ी में आकर बैठ गया और सीधा हमारे साथ ही बॉम्बे हाउस में आकर रुका। गोवा से लाया गया था तो इसका नाम भी गोवा पड़ गया।