‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ लिस्ट में मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज टॉप 100 कंपनियों में शामिल रही है। इसके अलावा इंडियन ऑयल को 151वें पायदान पर रखा गया है। ओएनजीसी, भारत पेट्रोलियम टाटा मोटर्स जैसी कंपनियों को भी इस लिस्ट में जगह मिली है। लेकिन इनमें सबसे दिलचस्प है, राजेश एक्सपोर्ट्स का शामिल होना, जिसे 462वीं रैंक दी गई है। अकसर चर्चा से परे रहने वाली इस कंपनी का दुनिया की 500 टॉप कंपनियों में शामिल होना काबिलेतारीफ है। बता दें कि 2019 में भी राजेश एक्सपोर्ट को लिस्ट में जगह मिली थी और वह 495वें स्थान पर थी। इस बार रैंकिंग में 33 पोजिशन का उछाल देखने को मिला है। आइए जानते हैं, क्या करती है राजेश एक्सपोर्ट्स…
दुनिया भर में उत्पादित सोने की रिफाइनिंग में 35 पर्सेंट की हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी राजेश एक्सपोर्ट्स लिमिटेड की कुल क्षमता 2400 टन प्रति वर्ष है। इसके अलावा राजेश एक्सपोर्ट्स दुनिया में सोने के उत्पादों की सबसे बड़ी उत्पादक है। कंपनी दुनिया भर के अनेक देशों में अपने उत्पादों का निर्यात करती हैं। 1995 में स्थापित इस कंपनी ने 2007-08 में शुभ ज्वैलर्स की भी स्थापना की थी। राजेश एक्सपोर्ट्स ने शुभ ज्वैलर्स के ब्रांड नेम से 81 रिटेल शोरूम भी खोलें हैं। राजेश एक्सपोर्ट्स ने नई ऊंचाई उस समय छुई जब 2015 में उसने दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड रिफायनरी स्विट्जरलैंड की वैलकैंबी का 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर में अधिग्रहण कर लिया।
बीते साल ही राजेश एक्सोपर्ट्स को पश्चिम एशिया से 1,079 करोड़ रुपये के निर्यात का ठेका मिला था। कंपनी के चेयरमैन राजेश मेहता कंपनी के सफर को लेकर कहते हैं कि कड़ी वैश्विक प्रतिस्पर्धा के बीच इस तरह का बड़े ठेके हासिल करना कंपनी की डिजाइनिंग, शोध एवं विकास क्षमता, उत्पादन, त्वरित क्रियान्वयन तथा आकर्षक मूल्य की कहानी कहता है।’
‘फॉर्च्यून ग्लोबल 500’ में कंपनियों को उनके पिछले वित्त वर्ष की कुल आय के आधार पर शामिल किया जाता है। भारत की कंपनियों को 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष के परिणामों के आधार पर इस सूची में शामिल किया गया है। इससे स्पष्ट है कि बीते साल भी राजेश एक्सपोर्ट्स ने तेजी से अपने कारोबार का विस्तार किया है।