देश की अर्थव्यवस्था के हालात का जायजा लेने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को देश के कई मुख्य बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों के प्रमुखों के साथ मीटिंग कर सकते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी लिमिटेड, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक समेत कई संस्थानों के प्रमुख हिस्सा ले सकते हैं। CNBC-TV18 की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी बैंकों के प्रमुखों से मुलाकात में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर चर्चा कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्रेटरी, मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स सेक्रेटरी भी हिस्सा ले सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग के दौरान आर्थिक हालात का जायजा लेने के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज की प्रोग्रेस पर चर्चा कर सकते हैं। केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत 3 लाख करोड़ रुपये के लोन एमएसएमई सेक्टर को जारी करने का ऐलान किया था। ऐसे में 3 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के तहत अब तक कितना लोन जारी किया गया है और क्या स्थिति है, इसकी समीक्षा पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे।

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बैंकों के प्रमुखों की यह मीटिंग ऐसे वक्त में होने जा रही है, जब देश कोरोना संकट के चलते आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है और क्रेडिट ग्रोथ में कमी देखी जा रही है। इसके अलावा कई बिजनेस कर्ज के संकट से बुरी तरह से घिरे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल मीटिंग में भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारी मौजूद नहीं रहेंगे। बता दें कि हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट में बैंकों के एनपीए के मार्च 2021 तक 12.5 से लेकर 14.7 पर्सेंट तक पहुंचने की आशंका जताई थी।

बीते फाइनेंशियल ईयर में बैंकों का एनपीए 8.5 पर्सेंट रहा था, लेकिन अब कोरोना संकट के चलते कंपनियों की बिगड़ी हालत के चलते इसमें बड़ा इजाफा हो सकता है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट से बुरी तरह प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए 20.97 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया है। इसके तहत कृषि सेक्टर, एमएसएमई समेत गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए पैकेज का ऐलान किया है।