Petrol Diesel rates today in Delhi: पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार हो रहे इजाफे के चलते कोरोना संकट के बीच ग्राहकों पर महंगाई की भी मार पड़ रही है। यही नहीं ट्रैक्टर, ट्रक समेत कई जरूरी सेवाओं के लिए इस्तेमाल होने वाले डीजल के दाम भी ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। मंगलवार को लगातार 17वें दिन एक बार फिर से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा हो गया है। पेट्रोल के रेट में 20 पैसे की बढ़ोतरी हुई है और डीजल में 55 पैसे का इजाफा हुआ है। इसके साथ ही राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 79.76 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल का रेट 79.40 रुपये प्रति लीटर है। इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल के बीच अब महज 36 पैसे का ही अंतर रह गया है। अब तक के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पेट्रोल और डीजल के बीच अंतर इतना कम हुआ है।
बीते सालों से तुलना करें तो 2012 में पेट्रोल और डीजल के बीच करीब 30 रुपये का अंतर था। आमतौर पर पेट्रोल और डीजल के बीच कीमतों का बड़ा अंतर बना रहा है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मार्केट से कीमतों को जोड़ने के बाद से यह फर्क समाप्त हुआ है। इसके अलावा केंद्र एवं राज्य सरकारों की ओर से टैक्स में भी इजाफा हुआ है। डीजल का ट्रांसपोर्ट्स और किसानों की ओर से इस्तेमाल किया जाता है, जिसे ध्यान में रखते हुए इस पर टैक्स कम लगाया जाता था ताकि कीमतें कम रहें।
अक्टूबर, 2014 में ईंधन की कीमतों से सरकारी नियंत्रण समाप्त किए जाने और मूल्य को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने जाने के बाद से यह स्थिति पैदा हुई है। दिल्ली की ही बात करें तो पेट्रोल और डीजल पर लगभग बराबर टैक्स वसूला जा रहा है। पेट्रोल पर टैक्स की दर 64 फीसदी है तो डीजल पर 63 पर्सेंट टैक्स लिया जा रहा है। हालांकि मुंबई में पेट्रोल और डीजल के बीच करीब 11 रुपये का अंतर है। इसकी वजह यह है कि महाराष्ट्र सरकार की ओर से डीजल पर टैक्स की वसूली कम की जा रही है।
गौरतलब है कि 4 मई को दिल्ली सरकार ने डीजल पर वैट की दर को 16.75 फीसदी से बढ़ाते हुए 30 पर्सेंट कर दिया था। इसके अलावा पेट्रोल पर भी वैट को 37 से बढ़ाकर 30 पर्सेंट कर दिया गया। इसके चलते डीजल कीमतों में बड़ा इजाफा हुआ है। मुंबई से तुलना करें तो दिल्ली में पेट्रोल मायानगरी के मुकाबले सस्ता है, जबकि डीजल महंगा है।