म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे ज्यादा प्रचलित तरीका SIP माना जाता है। सिस्टमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) के जरिए आप अपनी पसंद के म्यूचुअल फंड में सुविधा के अनुसार किस्तों में पैसा जमा कर सकते हैं। जानकारों का मानना है कि इस तरीके से किए गए निवेश में रिस्क कम होता है क्योंकि यहां निवेश एकमुश्त नहीं किया जा रहा है। डिजिटलाइजेशन की जमाने में यह ऑनलाइन भी उपलब्ध है। कई ऐसे SIP हैं, जिनमें यदि आप हर महीने मात्र एक हजार रुपये निवेश करते हैं तो लॉन्ग टर्म में मोटा मुनाफा कमा सकते हैं।

टैक्स और इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी का मानना है कि अगर म्यूचुअल फंड के लॉन्ग टर्म निवेश में आप 12 फीसदी तक के रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं और यदि यह निवेश बहुत ज्यादा समय़ के लिए किया जाता है तो रिटर्न 15 से 16 फीसदी भी हो सकता है। लेकिन इसके लिए शर्त यह है कि आपने काफी होमवर्क के बाद अपना निवेश किया हो। उन्होंने कहा कि यदि एक हजार का निवेश 34 साल से कुछ ज्यादा समय के लिए किया जाए तो SIP म्युचोरिटी के वक्त 1 करोड़ भी हो सकती है।

कार्तिक झावेरी का कहना है कि व्यक्ति को अपनी आय बढ़ने के साथ साथ निवेश की सीमा को भी बढ़ाना चाहिए, ऐसा करने से आप कम समय में अपने उद्देश्य को हासिल कर सकेंगे। उदाहरण को समझाते हुए उन्होंने कहा कि एक करोड़ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए निवेशक को हर साल निवेश राशि में 15 फीसदी की बढ़ोतरी करनी चाहिए, यदि ऐसा करने में वह कामयाब हो जाते हैं तो यह टारगेट 26 साल में ही पूरा कर सकेंगे।

अगर आप 20 साल में छोटी बचत कर करोड़पति बनना चाहते हैं तो आपको पांच हजार रुपए का नियमित निवेश कर सकते हैं। इसके बाद आप हर साल 500 रुपए निवेश में बढ़ा सकते हैं। 20 साल बाद आपके निवेश की कुल वैल्यू करीब 1 करोड़ होगी और निवेश में आपको 75 लाख रुपए का फायदा होगा।

यहां आपको स्पष्ट कर देना जरूरी है कि हम आपको निवेश की सलाह नहीं दे रहे हैं। चूंकि बाजार जोखिमों के अधीन होता है इसलिए निवेश से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।