बैंकों के पास ऐसी हजारों प्रॉपर्टी है जो उनके पास लोगों द्वारा गिरवी के रूप में रखी गई हैं और रुपया ना चुकाने पर बैंकों ने उन पर कब्‍जा कर दिया है। ऐसी प्रॉपर्टीज का बैंकों द्वारा समय-समय पर ऑक्‍शन भी किया जाता है। ये प्रॉपर्टी करंट मार्केट रेट के मुकाबले काफी सस्‍ती और सुलभ भी होती हैं। कोरोना के इस पीरियड में देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई ऐसी ही प्रॉपर्टी का ई-ऑक्‍शन करने जा रहा है। आइए आपको भी बताते हैं कि आप कैसे इस तरह के ऑक्‍शन में अप्‍लाई कर सकते हैं और सस्‍ती प्रॉपर्टी में निवेश कर सकते हैं।

गिरवी रखी प्रॉपर्टी की नीलामी का रहा है एसबीआई
भारतीय स्टेट बैंक 25 अक्टूबर को कमर्शियल और रेजिडेंश‍ियल दोनों प्रॉपर्टीज के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक ऑक्‍शन आयोजित करने जा रहा है। एसबीआई की इस मेगा ई-ऑक्‍शन के तहत मौजूदा मार्केट रेट की तुलना में कम कीमत पर आपके पास घर, प्लॉट और दुकान खरीदने का मौका होगा। इस बात की जानकारी एसबीआई की ओर से अपने सोशल मीडिया हैंडल पर दी है। आपको बता दें क‍ि बैंक बकाए की वसूली के लिए डिफॉल्टर्स की गिरवी संपत्तियों को अपने पास रखता है।

यहां दी गई है पूरी जानकारी
बैंक की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार ई-ऑक्‍शन के लिए रखी गई ऐसी संपत्तियों की पूरी जानकारी विज्ञापन में दिए गए लिंक के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। वहीं ब्रांच में जाकर नीलामी के बारे में संबंध‍ित अध‍िकारी से ऑक्‍शन प्रोसेस और संपत्तियों के बारे में पूरा स्पष्टीकरण ले सकते हैं साथ ही संपत्तियों का स्‍पॉट पर जाकर निरीक्षण भी कर सकते हैं।

बैंक की ओर से आया बयान
बैंक की ओर से कहा गया है कि बैंक के पास गिरवी रखी गई अचल संपत्तियों को नीलामी के लिए कोर्ट के आदेश को भी अटैच किया गया है। सभी रिलेवेंट डॉक्‍युमेंट्स और जानकारी नीलामी में भाग लेने वालों के लिए मौजूद हैं। बैंक की ओर से सभी प्रॉपर्टीज के बारे में इस बात की जानकारी दी गई हैं कि कौन सी प्रॉपर्टी फ्रीहोल्ड या कौन लीज पर है। साथ नोटिस में सभी प्रॉपर्टी का एरिया और बाकी जानकार‍ियां दी हुई हैं।

इन चीजों की पड़ेंगी जरुरत

  • ई-ऑक्‍शन नोटिस में उल्लिखित विशेष संपत्ति के लिए ईएमडी।
  • केवाईसी डॉक्‍युमेंट्स को संबंधित एसबीआई ब्रांच में जमा करना होगा।
  • लीगल डिजिटल साइन : बोलीदाता डिजिटल हस्ताक्षर प्राप्त करने के लिए ई-ऑक्‍शनर्स या किसी दूसरी अधिकृत एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं।
  • एक बार जब बोलीदाता ईएमडी और केवाईसी डॉक्‍युमेंट संबंधित ब्रांच में जमा कर देता है, तो उनका रजिस्‍टर्ड लॉगिन आईडी और पासवर्ड ई-नीलामीकर्ताओं द्वारा ईमेल आईडी के माध्यम से भेजा जाएगा।
  • बोलीदाताओं को नीलामी के नियमों के अनुसार ई-नीलामी की तारीख को नीलामी के समय के दौरान लॉग इन और बोली लगाने की आवश्यकता है।

कैसे कर सकते हैं ऑक्‍शन में पार्टिसिपेट

  • बोलीदाताओं को रजिस्‍टर्ड ईमेल आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके पोर्टल पर लॉग इन करना होगा।
  • एक बार जब बोलीदाता नियम और शर्तों को स्वीकार कर लेता है, तो उन्हें नीलामी में प्रवेश करने के लिए ‘भाग लें’ बटन पर क्लिक करना होगा।
  • ‘पार्टिसिपेट’ बटन पर क्लिक करने के बाद, बोलीदाताओं को केवाईसी दस्तावेज, ईएमडी विवरण और एफआरक्यू (फर्स्ट रेट कोट – कोट प्राइस) अपलोड करना होगा।
  • एक बार सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड हो जाने के बाद, बोलीदाता को बोली मूल्य जमा करना होगा। भाव मूल्य संपत्ति या संपत्ति के आरक्षित मूल्य के बराबर या उससे अधिक हो सकता है।
  • उद्धृत मूल्य भरने के बाद, अंतिम बोली ऑनलाइन जमा करने के लिए ‘सबमिट’ विकल्प पर क्लिक करें और फिर ‘फाइनल सबमिट’ पर क्लिक करें। यह ध्यान दें अंतिम बिड जमा करने के बाद बोलीदाता अपलोड किए गए दस्तावेजों या उद्धृत मूल्य में परिवर्तन नहीं कर सकता है।
  • यदि बोलीदाता निर्धारित तिथि और समय के भीतर ‘अंतिम सबमिट’ बटन पर क्लिक करने में विफल रहते हैं, तो वे नीलामी में भाग नहीं ले पाएंगे।