स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने देश के हेल्थकेयर सेक्टर को बूस्ट करने के लिए एक नए बिजनेस लोन को लांच किया है। एसबीआई ने अपने इस नए प्रोडक्ट का नाम ‘आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन’ रखा है। जिसके तहत कैश क्रेडिट, टर्म लोन, बैंक गारंटी या लेटर ऑफ क्रेडिट के जरिए आराम लिया जा सकता है। इस लोन के तहत कारोबारियों को 10 लाख रुपए से लेकर 100 करोड़ रुपए का लोन आराम से लिया जा सकता है। खास बात तो ये है इस लोन को चुकाने का समय पर्सनल लोन की सीमा से दोगुना यानी 10 साल है। वहीं दो करोड़ रुपए का तक का लोन क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्माल इंटरप्राइेजसस स्कीम के तहत कवर होंगे।
किेन लोगों को मिल सकता है लोन : आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन का फायदा हेल्थकेयर से जुड़े लोगों एवं संस्थानों को मिल सकता है। जिसमें हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, डायग्नोस्टिक सेंटर, पैथोलॉजी लैब, मैन्युफैक्चरर, सप्लायर, इंपोर्टर्स और क्रिटिकल हेल्थकेयर सप्लाई के काम में लगी लॉजिस्टिक्स कंपनियां शामिल हैं। आरोग्यम लोन को टर्म लोन या कैश क्रेडिट, बैंक गारंटी के तौर पर भी लिया जा सकता है। लोन का यूज नई यूनिट लगाने या पुराने बिजनेस को आगे बढ़ाने में किया जा सकता है।
100 करोड़ रुपए तक मिलेगा लोन : पहले मेट्रो सिटीज की बात करें तो आरोग्यम लोन योजना के तहत 100 करोड़ रुपए तक का लोन लिया सकता है। वहीं टियर -1 और अर्बन सेंटर पर 20 करोड़ तक का लोन मिलेगा। टियर -2 से टियर-4 तक के शहरों में चलने वाले संस्थानों को 10 करोड़ रुपए तक का लोन दिया जाएगा।
कोलैटरल फ्री होगा 2 करोड़ रुपए तक का लोन : आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि 2 करोड़ रुपए तक लोन कोलैटरल फ्री यानी किसी तरह सिक्योरिटी जमा नहीं करानी होगी। इस लोन को गारंटी स्कीम ऑफ क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल इंटरप्राइजेज में कवर किया जाएगा। आरोग्यम हेल्थकेयर बिजनेस लोन का प्रावधान कोविड लोन बुक के तहत किया गया है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कोविड राहत उपायों के तहत इस तरह के कदम उठाने का एलान किया था।