पैसों से और पैसे बनाना और उन्हें बढ़ाना सरल है। बशर्ते इस प्रक्रिया को सही तरीके, समय रहते और सावधानी के साथ पूरा किया जाए। स्मार्ट मनी मेकिंग के तहत एक व्यक्ति 10 लाख रुपए के निवेश में 100 करोड़ रुपए तक अपनी संपत्ति पहुंचा सकता है।
हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘दि फाइनैंशियल एक्सप्रेस’ की वेबसाइट पर प्रकाशित अपने लेख में आर्चर्स वेल्थ मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (Archers Wealth Management Pvt Ltd) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ विदेश के तोतरे ने बताया है कि जरा इस ग्राफ पर एक नजर डालें। अगर आप 20 साल की उम्र में एक लाख रुपये का निवेश करते हैं और यह 20% की दर से कंपाउंड होता है, तो 65 साल की उम्र तक आपका निवेश बढ़कर 99 करोड़ रुपये हो जाएगा। यह कंपाउंडिंग का जादू होता है।
आइए थोड़ा पैटर्न बदलते हैं। मान लें कि आप 30 साल की उम्र में एक लाख रुपये का निवेश करते हैं। यह 15% पर संयोजित होता है, इसलिए जब तक आप 60 साल के हो जाते हैं, तब तक आपका निवेश कई गुना बढ़कर करोड़ों में हो जाता है। वास्तव में, ऐसा करने के लिए आपको वित्तीय विशेषज्ञ होने की आवश्यकता नहीं है। यहां तक कि कोई भी अपने लाभ के लिए कंपाउंडिंग (चक्रवृद्धि) की ताकत का इस्तेमाल कर सकता है और पूर्ण वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकता है।
वास्तव में, आर्चर्स वेल्थ में, हम लोगों को जल्दी शुरू करने के लिए सलाह देते हैं और फिर लगातार बेहतर कंपाउंडिंग मुनाफे में मदद करते हैं, क्योंकि एक छोटा सा अंतर भी लंबी अवधि में लाखों का अंतर पैदा करता है।
अमीर को और अमीर, गरीब को और गरीब क्या चीजें बनाती हैं?: निवेश के मामले में कुछ जरूरी बातें होती हैं, जिनका ख्याल रखा जाए तो अमीर आदमी और अमीर हो सकता है, जबकि इन पर ध्यान न देने की वजह से गरीब आदमी और गरीब होता चला जाता है। इनमें बुरी वित्तीय आदतें (अधिक खर्च करना), सब्र की कमी, खराब निवेश नीति, आने वाले कल में बड़े निवेश में देरी करना और एक्सपर्ट की मदद या सलाह को अनदेखा करना आदि शामिल है।