डाकघर की छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में काफी समय से नहीं परिवर्तित हुआ है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर में इन ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसा इसलिए भी माना जा रहा है, क्योंकि इस महीने सितंबर में समीक्षा निर्धारित की जाएगी, जिस कारण सरकारी बॉन्ड यील्ड बढ़ के साथ छोटी बचत योजनाओं के ब्याज में बढ़ोतरी हो सकती है।
छोटी बचत योजनाओं में सार्वजनिक भविष्य निधि खाता (PPF), सुकन्या समृद्धि खाते (SCA), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) शामिल हैं। इन योजनाओं को पोस्ट ऑफिस बचत योजनाओं के रूप में भी जाना जाता है।
क्यों अक्टूबर में बढ़ सकती है छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर?
Investing.com के आंकड़ों के अनुसार, बेंचमार्क 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड अप्रैल 2022 से लगातार 7 प्रतिशत से अधिक रही है। जून से अगस्त 2022 में यह औसतन 7.31 प्रतिशत रही है। वित्त मंत्रालय की ओर से इन बचत योजनाओं के ब्याज को लेकर जारी फॉर्मूले की बात करें तो आने वाले दिनों में छोटी बचत योजना के ब्याज में बढ़ोतरी संभव है।
कितना तक बढ़ सकता है पीपीएफ और सुकन्य समृद्धि योजना का ब्याज
फॉमूले के अनुसार, आगामी तिमाही में पीपीएफ ब्याज 7.56 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। फिलहाल पीपीएफ पर 7.1 फीसदी की ब्याज दर मिलती है। इसी तरह, सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर मौजूदा 7.6 प्रतिशत ब्याज दर से जल्द ही 8.3 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। हालांकि सरकार इस फॉर्मूले के अनुसार ब्याज दरों में बढ़ोतरी एक लंबे समय अंतराल के बाद होती है।
कब छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में हुई थी बढ़ोतरी
छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में बढ़ोतरी पिछली बार अप्रैल-जून 2020 के तिमाही के दौरान की गई थी। तब से लेकर अभी तक ब्याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। हालांकि मुद्रास्फिति और अन्य चीजों में बढ़ोतरी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है।
