लोग भविष्य की प्लानिंग को लेकर तरह-तरह की सरकारी और गैर-सरकारी योजनाओं में निवेश की प्लानिंग करते हैं। रिस्क के हिसाब से लोग बचत योजनाओं निवेश करते हैं। आवर्ती जमा योजना (RD) में एक तय राशि के लिए निवेश किया जा सकता है। आरडी खातों में आम तौर पर 12 महीने और 10 साल के बीच परिपक्वता होती है। इसके तहत कर्ज का भी लाभ लिया जा सकता है।
आइए जानते हैं कि 5 साल की अवधि का चयन कर कोई निवेशक 7 लाख रुपए के लक्ष्य के लिए निवेश करता है उसे कितना निवेश करना होगा। यहां SBI बैंक आरडी स्कीम और पोस्ट ऑफिस की आरडी स्कीम पर कैलकुलेश किया गया है।
SBI RD
देश में सबसे बड़ा कर्जदाता, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) हर महीने 10 रुपए के गुणकों में 100 रुपए की न्यूनतम जमा आवश्यकता के साथ 12 महीने से 120 महीने की अवधि के लिए आवर्ती जमा की अनुमति देता है। SBI RD खातों के लिए नामांकन, जमा के खिलाफ कर्ज या ओडी, बैंक शाखाओं में खाता ट्रांसफर और सावधि जमा पर लागू ब्याज की निश्चित दर सहित कई सुविधाएं प्रदान करता है। SBI आवर्ती जमा पर आम जनता के लिए 5.45 फीसदी से 5.65 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 5.95 प्रतिशत से 6.45 फीसदी ब्याज देता है।
7 लाख के रकम के लिए कितना करना होगा निवेश
5 साल की परिपक्वता अवधि पर निवेशकों को 5.60 प्रतिशत की ब्याज दर दी जाएगी और परिपक्वता पर 6.93 लाख रुपए पाने के लिए 5 साल के लिए प्रति माह 10,000 रुपए जमा करना होगा। वहीं वरिष्ठ नागरिकों को पांच साल पर 6.10 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी। इसलिए उन्हें पांच साल की परिपक्वता के बाद 7.02 लाख रुपए, हर महीने 10,000 रुपए के निवेश पर मिलेगा।
पोस्ट ऑफिस RD
डाकघर आवर्ती जमा खाता (RD) 5 साल की मैच्योरिटी अवधि के साथ आता है। सिंगल या ज्वाइंट खाता खोला जाता है और डाकघर आरडी खाता खोलने के लिए कम से कम 100 रुपए का मासिक योगदान किया जा सकता है और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। 12 भुगतान जमा करने और बिना बंद किए एक वर्ष तक खाता खुला रखने के बाद, जमाकर्ता खाते के क्रेडिट बैलेंस के 50 प्रतिशत तक का लोन हासिल करने के लिए पात्र हैं।
7 लाख के लिए कितना करना होगा निवेश
डाकघर आरडी योजना 5.8 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से तिमाही चक्रवृद्धि ब्याज दर प्रदान करती है और अगर कोई निवेशक 10,000 रुपए प्रति माह निवेश करता है तो उसे 5 साल बाद परिपक्वता पर 6.96 लाख मिलेंगे। डाकघर आरडी योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए अतिरिक्त ब्याज दर लाभ नहीं देती है।