सेविंग अकाउंट हो, फिर एफडी यहां तक कि एलआईसी की कोई भी पॉलिसी हो, इन सभी में नॉमिनी का अहम रोल होता है। या यूं कहें अनिवार्य होता है तो गलत नहीं होगा। ईपीएफ और ईपीएस के मामले में भी नॉमिनेशन का होना काफी जरूरी है ताकि ईपीएफओ सदस्य की आकस्मिक मौत होने पर नॉमिनी को फंड समय पर मिल सके।
वास्तव में ईपीएफओ मेंबर्स को इंश्योरेंस कवर की भी सुविधा एम्प्लॉई डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम के तहत मिलती है। इस योजना में नॉमिनी को मैक्सीमम 7 लाख रुपए का इंश्योरेंस कवर का भुगतान होता है। अगर किसी ईपीएफओ मेंबर का नॉमिनी नहीं है और उसकी मौत हो जाती है तो क्लेम करना काफी मुश्किल हो जाता हे। आइए आपको भी बताते हैं कि ऑनलाइन तरीके से आप कैसे नॉमिनेशन डिटेल्स भर सकते हैं।
ईपीएफओ की ओर से शुरू की गई नई सर्विस : ईपीएफओ की ओर से नॉमिनी की ओर से दी गई जानकारी देने के लिए ई-नॉमिनेशन की सर्विस शुरू की है। इस सर्विस का फायदा उन लोगों को मिलेगा जिन मेंबर्स के पास कोई नॉमिनी नहीं है। इस सुविधा से आप ऑनलाइन नॉमिनी के नाम, जन्मतिथि जैसी जानकारी अपडेट कर सकते हैं।
इस प्रोसेस से दर्ज कार सकते हैं ई-नॉमिनेशन :– ईपीएफओ वेबसाइट पर जाकर ‘सर्विसेज’ सेक्शन में ‘फॉर इंप्लॉइज’ पर क्लिक करना होगा।
– उसके बाद आपको ‘मेंबर UAN/ऑनलाइन सर्विस पर क्लिक करना होगा।
– उसके बाद यूएएन और पासवर्ड डालकर लॉग इन करना होगा।
– उसके बाद आपको ‘मैनेज’ टैब में ‘ई-नॉमिनेशन’ सेलेक्ट करना होगा।
– उसके बाद आपको स्क्रीन पर ‘प्रोवाइड डिटेल्स’ टैब दिखाई देगा और आपको सेव पर क्लिक करना होगा।
– फैमिली डिक्लेरेशन अपडेट करने के लिए ‘यस’ पर क्लिक करें।
– अब ‘एड फैमिली डिटेल्स’ पर क्लिक करें, जिसके बाद आपको एक से ज्यादा नॉमिनी भी ऐड किए जा सकते हैं।
– किस नॉमिनी के हिस्से में कितना अमाउंट आएगा, इसकी घोषणा के लिए ‘नॉमिनेशन डिटेल्स’ पर क्लिक करें।
– डिटेल्स डालने के बाद ‘सेव ईपीएफ नॉमिनेशन’ पर क्लिक करें।
– ओटीपी जनरेट करने के लिए ‘ई-साइन’ पर क्लिक करें।
– ओटीपी आधार के साथ लिंक मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा।
– ओटीपी को निर्धारित स्पेस में डालकर सब्मिट कर दें।