देश में टैक्स सेविंग को लेकर लोग हमेशा से ऐसी प्लानिंग की तलाश में रहते हैं जिससे टैक्स को बचाया जा सका। बाजार एक्सपर्ट की मानें तो अगर सही से प्लानिंग की जाए 15 लाख तक की कमाई पर भी टैक्स बचाया जा सकता है।

सरकार के अनुमान के अनुसार, कुल 5.78 करोड़ में से 5.3 करोड़ करदाता 2 लाख रुपये से कम की कर छूट का दावा करते हैं। इनमें से सबसे लोकप्रिय टैक्स सेविंग स्कीम में सार्वजनिक भविष्य निधि, जीवन बीमा योजना, कर-बचत सावधि जमा आदि में निवेश शामिल हैं। जिनमें से अधिकांश धारा 80 सी के अनुसार प्रदान की गई अधिकतम 1.5 लाख रुपये की सीमा के अंतर्गत आते हैं।

ऐसे होगी बचत: 80CCD(1B) के अनुसार राष्ट्रीय पेंशन योजना में निवेश पर एक अतिरिक्त कर बचत स्कीम का लाभ उठाया जा सकता है। कुल मिलाकर 2 लाख रुपये तक के प्रावधान है। जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है वैसे-वैसे आपकी टैक्स देनदारी भी बढ़ती जाती है। इसमें भारतीय आयकर विभाग टैक्स को कम करने के कई तरीकों की अनुमति देता है। अपने टैक्स को बचाने के सबसे प्रभावी और लाभकारी तरीकों में से एक है कर-बचत निवेश।

यहां करें निवेश- धारा 80सी, 80सीसीसी, 80सीसीडी के अंतर्गत 1.5 लाख की बचत की जा सकती है। इसमें फाइनेंशियल प्रोटेक्शन इनवेस्टमेंट में टर्म इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस प्लान में निवेश किया जा सकता है। वहीं लंबी अवधि के लक्ष्यों और रिटायरमेंट प्लान के तहत- यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान, जीवन बीमा कंपनियों से पेंशन या वार्षिकी योजना, सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ), नई पेंशन योजना टियर- I खाता, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश किया जा सकता है। इसके अलावा बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए मौजूद योजनाएं-सुकन्या समृद्धि योजना और बच्चों के लाइफ इंश्योरेंस प्लान में इनवेस्ट करें। साथी ही मुद्रास्फीति और बाजार के रुझान से अपने धन की रक्षा करने वाले प्लान में भी निवेश किया जा सकता है। जैसे- 5 वर्षीय कर-बचत सावधि जमा, बंदोबस्ती और धनवापसी योजनाएं, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना।

एनपीएस निवेशकों के लिए 50,000 रुपये तक की अतिरिक्त छूट धारा 80 सीसीडी के तहत मिलती है। वहीं धारा 80डी के तहत 25,000 रुपये तक की और छूट मिल सकती है। पुराने टैक्स स्लैब के हिसाब से 15 लाख की कमाई पर 1 लाख 21 हजार 680 रुपये और नए स्लैब के हिसाब से 1 लाख 95 हजार 500 रुपये का टैक्स बनता है।