कोरोना काल में कई लोगों की नौकरी चली गई। काफी कारोबारियों को नुकसान हो गया। ऐसे में उन्हें रुपयों की काफी जरुरत पड़ रही है। ऐसे में जरुरत मंद लोग लोन की ओर मूव कर रहे हैं। अब सवाल यह है कि आपको किस तरह का लोन की जरुरत है। अगर आपके पास सोना तो आप पर्सनल लोन की जगह गोल्ड लोन की ओर मूव करें। क्योंकि देश के कई सरकारी बैंक पर्सनल लोन से ज्यादा सस्ता गोल्ड लोन देते हैं। जियमें 4 फीसदी का अंतर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि गोल्ड लोन–केंद्रित नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों जैसे मुथूट और मणप्पुरम फाइनेंस ने महामारी वर्ष में 20-24 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। वहीं दूसरी ओर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सबसे आकर्षक ऑफर पेश कर रहे हैं।
बैंक बाजार डॉट कॉम के आंकड़ों के अनुसार पंजाब एंड सिंध बैंक तीन साल की अवधि के साथ 5 लाख रुपए के गोल्ड लोन पर सबसे कम ब्याज दर (7 फीसदी ) प्रदान कर रहा है। इसके बाद बैंक ऑफ इंडिया (7.35 फीसदी) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (7.5 फीसदी) का नंबर आता है। एनबीएफसी सबसे कम ब्याज दरों के मामले में टॉप टेन बैंकों की लिस्ट में शामिल नहीं है। एनबीएफसी में, आईआईएफएल फाइनेंस सबसे सस्ता गोल्ड लोन प्रदान करता है, जो 9.24 प्रतिशत से शुरू होता है, इसके बाद मुथूट (11.9 प्रतिशत), मणप्पुरम (12 प्रतिशत) और बजाज फाइनेंस (12 प्रतिशत) का स्थान आता है।
देश के प्रमुख बैंक जो देते हैं गोल्ड पर देते हैं सबसे सस्ता लोन : – पंजाब एंड सिंध बैंक 5 लाख के लोन पर 3 साल के लिए 7 फीसदी ब्याज लेता है।
– बैंक ऑफ इंडिया 5 लाख के लोन पर 3 साल के लिए 7.35 फीसदी ब्याज लेता है।
– एसबीआई 5 लाख के लोन पर 3 साल के लिए 7.50 फीसदी ब्याज लेता है।
– केनरा बैंक 5 लाख के लोन पर 3 साल के लिए 7.65 फीसदी ब्याज लेता है।
– यूनियन बैंक 5 लाख के लोन पर 3 साल के लिए 8.20 फीसदी ब्याज लेता है।
– कर्नाटका बैंक 5 लाख के लोन पर 3 साल के लिए 8.49 फीसदी ब्याज लेता है।
– इंडियन बैंक 5 लाख के लोन पर 3 साल के लिए 8.50 फीसदी ब्याज लेता है।
– पीएनबी बैंक 5 लाख के लोन पर 3 साल के लिए 8.75 फीसदी ब्याज लेता है।
पर्सनल लोन से सस्ता है गोल्ड लोन : अगर पर्सनल लोन से कंपेयर करें तो गोल्ड लोन काफी सस्ता है। देश के कई बैंकों की पर्सनल लोन की दरें 10.50 फीसदी से शुरू होती है। जोकि 27 फीसदी तक जाती है। अगर बात एचडीएफसी की बात करें तो पर्सलन लोन की दरें 10.25 फीसदी से 17.99 फीसदी तक है। वहीं बात देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई की बात करें तो 9.60 फीसदी से शुरू होकर 16.40 फीसदी तक लेता हैा
आखिर क्यों गोल्ड लोन में बढ़ रहा है आकर्षण : कोविड-19 के दौर में कई लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। वहीं कई कारोबारियों को नुकसान हुआ है। कई लोगों ने नियमित और साथ ही आपातकालीन जरूरतों को पूरा करने के लिए तरलता बनाने के लिए अपनी निष्क्रिय सोने की होल्डिंग का लाभ उठाने का फैसला किया। जिसके तहत सरकार की ओर से गोल्ड के नियमों और शर्तों में रियायत दी है।