Paytm crisis: ऐसा लगता है कि पेटीएम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब Paytm Payments Bank के खिलाफ Foreign Exchange Management Act (FEMA) के तहत एक केस रजिस्टर किया गया है। इससे पहले यह खबर आई थी कि Enforcement Directorate (प्रवर्तन निदेशालय) यह जांच कर रही है कि फॉरेन एक्सचेंज रूल्स के उल्लंघन में One 97 Communications की भूमिका थी या नहीं।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स को सरकारी सूत्रों के हवाले से पता चला है कि फिनटेक कंपनी की जांच Foreign Exchange Management Act (FEMA) के विशेष प्रावधानों के तहत की जा रही है, जिनमें विदेशों में इंडिविजुएल और कॉर्पोरेट द्वारा किए गए ट्रांसफर कवर होते हैं।

गौर करने वाली बात है कि इससे पहले ईडी (ED) द्वारा जांच की बात को पेटीएम ने खारिज कर दिया था। इसके अलावा अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PBBL) द्वारा फॉरेन एक्सचेंज कानून के उल्लंघन की बात को भी नकार दिया था।

One97 Communications Ltd (OCL) ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में पेटीएम की पेरेंट कंपनी ने कहा था कि कंपनी और इसकी सहयोगी PBBL द्वारा किसी तरह के फॉरेन एक्सचेंज रूल्स के उल्लंघन या जांच की रिपोर्ट्स को सिरे से खारिज करती है।

RBI ने लगाया था Paytm Payments Bank पर बैन

आपको बता दें कि 31 जनवरी 2024 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पेटीएम पेमेंट बैंक के अधिकतर बिजनेस को बैन कर दिया था। इनमें डिपॉजिट, क्रेडिट लेनदेन और सबसे पॉपुलर डिजिटल वॉलेट बिजनेस पर 29 फरवरी के बाद रोक लगाने की बात थी।

अभी तक इस बारे में ईडी की तरफ से वित्तीय गड़बड़ी से जुड़ा कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। हालांकि, अभी तक सिर्फ ED और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ही इस मामले को देख रहे हैं।

बता दें कि पिछले हफ्ते ही आरबीआई ने कहा था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ ‘लगातार नियमों गैर-अनुपालन’ के चलते कार्रवाई की गई। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नियमों के अनुपालन के लिए पर्याप्त समय दिया गया। और बिजनेस पर प्रतिबंध तभी लगाया गया जब पेटीएम की इस कंपनी ने नियमों व शर्तों को पूरा नहीं किया।

बता दें कि इसके बाद पेटीएम की पेरेंट कंपनी One 97 Communications के बोर्ड ने एक ग्रुप एडवाइजरी कमेटी के गठन का ऐलान किया था। इस कमेटी का अध्यक्ष पूर्व SEBI चेयरमैन एम दामोदरन (M Damodaran) को बनाया गया था।