कर योग्य सेवाओं पर रविवार से 0.5 फीसद का स्वच्छ भारत उपकर लागू हो गया। इस उपकर के लगने से रेस्तरां में खाना, फोन और यात्रा करना महंगा हो जाएगा। रेलवे के वातानुकूलित यान (एसी) के किराये भी 14 फीसद सेवाकर और स्वच्छ उपकर लगने से बढ़ गए हैं।
वित्त वर्ष के शेष महीनों में इससे सरकार को 3,800 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त होगा। इस उपकर को लगाने के बाद सभी कर योग्य सेवाओं पर सेवा कर की दर 14 से बढ़कर 14.5 फीसद हो जाएगी। राजस्व सचिव हसमुख अधिया के मुताबिक सरकार को स्वच्छ भारत उपकर से पूरे साल में 10,000 करोड़ रुपए जुटने की उम्मीद है। ऐसे में चालू वित्त वर्ष के शेष महीनों यानी 31 मार्च, 2016 तक सरकार के खजाने में इस स्वच्छ उपकर से 3,800 करोड़ रुपए आएंगे।
स्वच्छ भारत उपकर करयोग्य सेवाओं के एक हिस्से पर ही लगाया जाएगा। इससे जुटने वाली राशि का इस्तेमाल साफ सफाई अभियान में किया जाएगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है। आधा फीसद के स्वच्छ भारत उपकर से रेस्तरां बिलों पर सेवा कर 5.6 फीसद से बढ़कर 5.8 फीसद हो जाएगा। आधा फीसद के उपकर से प्रत्येक 100 रुपए की कर योग्य सेवाओं पर 50 पैसे का कर लगेगा।
इस उपकर के प्रावधानों को स्पष्ट करते हुए मंत्रालय ने कहा कि इसकी गणना कम मूल्य या सेवा कर (मूल्य के निर्धारण) नियम, 2006 से निकले मूल्य के हिसाब से की जाएगी। इसमें कहा गया है कि एसी रेस्तरां में यह उपकर कुल बिल राशि के 40 फीसद पर लगेगा। इस तरह इसकी दर कुल बिल राशि पर 0.2 फीसद ही बैठेगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015-16 के बजट में जरूरत होने पर सभी या कुछ सेवाओं पर स्वच्छ भारत उपकर लगाने का प्रस्ताव किया था।
14 फीसद सेवाकर और 0.5 फीसद स्वच्छ उपकर लगने से रेलवे के पहले और सभी एसी दर्जे के किराए 4.35 फीसद बढ़ गए हैं। रेल मंत्रालय के एक आदेश में कहा गया है कि 14 फीसद सेवाकर और 0.5 फीसद स्वच्छ भारत उपकर, कुल यात्री किराये के 30 फीसद पर लगेगा जो पहले दर्जे और सभी एसी दर्जे के किराये पर कुल किराए का 4.35 फीसद है। हालांकि, 15 नवंबर से पहले जारी टिकटों पर सेवाकर नहीं लागू होगा। न ही यह साधारण और स्लीपर क्लास के किराए पर लागू होगा।
इस वृद्धि के साथ नई दिल्ली से मुंबई तक मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों पर एसी-1 का किराया 206 रुपए बढ़ जाएगा, जबकि नई दिल्ली से हावड़ा तक एसी-3 किराये के लिए यह वृद्धि 102 रुपए की होगी।