भारत भले ही बीते कुछ सालों से स्मार्ट सिटी जैसे प्रोजेक्ट के जरिए शहरों की व्यवस्था को सुधारने में जुटा है, लेकिन अब भी ग्लोबल रैंकिंग में भारतीय शहर काफी पीछे हैं। दुनिया के टॉप 100 शहरों में भारत के सिर्फ दिल्ली शहर को ही जगह मिल सकी है। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की 25 फैक्टर्स के आधार पर रैंकिंग तैयार की गई है, जिसमें दिल्ली को 62वां स्थान मिला है। इसके अलावा देश के अन्य शहरों को इसमें जगह नहीं मिल पाई है।

यह रैंकिंग जिन 25 फैक्टर्स के आधार पर तैयार की गई है, उनमें सोशल मीडिया हैशटैग्स, चेकइन्स, वेदर, डायवर्सिटी, टूरिस्टों के आकर्षण केंद्र वाले स्थानों की संख्या, कोरोना के मामले, बेरोजगारी और आय की विषमता आदि शामिल हैं। वर्ष 2021 के लिए जिन शहरों को टॉप 10 में शामिल किया गया है, उनमें लंदन, न्यूयॉर्क, पेरिस, मॉस्को, टोक्यो, दुबई, सिंगापुर, बार्सिलोना, लॉस एंजिलिस और मैड्रिड शामिल हैं।

इस तरह से देखें तो इस सूची में अमेरिका के ही दो शहर न्यूयॉर्क और लॉस एंजिलिस शामिल हैं।  इसके अलावा ब्रिटेन की राजधानी लंदन समेत कई यूरोपीय शहरों को भी सूची में हिस्सा मिला है। एशिया की बात करें तो टॉप 10 में टोक्यो, दुबई और सिंगापुर को ही जगह मिली है। यह लिस्ट Resonance Consultancy Ltd की ओर से जारी की गई है।

इन 10 शहरों के अलावा रोम, शिकागो, टोरंटो, सैन फ्रांसिस्को, अबू धाबी, सेंट पीटर्सबर्ग, एम्सटर्डम, बर्लिग, प्राग और वॉशिंगटन जैसे शहर भी लिस्ट का हिस्सा हैं। वैंकुवर स्थित कंपनी Resonance Consultancy Ltd की ओर से तैयार लिस्ट में भारत से सिर्फ राजधानी दिल्ली को ही जगह दी गई है।

इस लिस्ट को तैयार करने में स्थानीय लोगों के अलावा विजिटर्स के आकलन को भी शामिल किया गया है। रैंकिंग में स्थानीय लोगों, विजिटर्स और कारोबारी लोगों के लिए अनुकूलता को ध्यान में रखा गया है और उसके मुताबिक ही लिस्ट तैयार की गई है।