भारत के दूसरे नंबर के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी अब ई- कॉमर्स में अपना कारोबार बढ़ाने को विचार कर रहे हैं। अडानी ग्रुप और अमेरिका की दिग्गज रिटेल कंपनी वॉलमार्ट इंक की फ्लिपकार्ट के बीच साझेदारी की बातचीत चल रही है। इन दोनों के बीच थोक ई-कॉमर्स और किराने का सामान, घरेलू सामान की सोर्सिंग को लेकर समझौता होगा।
अभी अडानी ग्रुप और फ्लिपकार्ट के बीच वेयरहाउसिंग और डेटा सेंटर में पार्टनरशिप चल रही है। हालाकि अब होलसेल ई-कॉमर्स और किराने तथा घरेलू सामान की सोर्सिंग तक व्यापार करने की योजना बनाई गई है। अगर ऐसा होता है तो आने वाले समय में मुकेश अंबानी की कंपनी (जियो मार्ट) और अमेजन जैसे ई-कॉमर्स कंपनियों को कड़ी टक्कर मिल सकती है।
जुड़ेंगे नए और पुराने थोक ग्राहक
रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ग्रुप एक रणनीतिक साझेदारी के लिए वॉलमार्ट के साथ एक नया समझौता कर सकता है, जिसके तहत फ्लिपकार्ट को अपने प्रोडक्ट की एक सीरीज बेच सकता है। इसके बाद दोनों इसे बेचकर लाभ उठा सकते हैं। मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि इस साझेदारी से उत्पादों को बेचने के साथ ही खुदरा विक्रेता और नए थोक ग्राहक भी जुड़ेंगे।
पिछले साल 25% बढ़ा राजस्व
अडानी और फ्लिपकार्ट दोनों एक साथ दुकानों और व्यापारियों को थोक थोक में सामान की सप्लाई करेगी। बता दें कि वॉलमार्ट भारत में फ्लिपकार्ट ग्रुप की बिजनेस-टू-बिजनेस आर्म फ्लिपकार्ट होलसेल के जरिए अपना ऑनलाइन होलसेल बिजनेस करती है। फ्लिपकार्ट होलसेल का वित्त वर्ष 2011 का राजस्व पिछले वर्ष से 25% बढ़कर 42,941 करोड़ हो गया जबकि घाटा 22% घटकर 42,445 करोड़ हो चुका है।
फ्लिपकार्ट को क्या होगा लाभ
यह साझेदारी फ्लिपकार्ट को अमेज़ॅन और JioMart जैसे कम्पीट करने वाले कंपनियों के खिलाफ मजबूत कर सकती है। वहीं मौजूदा चर्चाओं के अनुसार, अडानी ग्रुप फ्लिपकार्ट को कई नई भंडारण सुविधाएं वाहन और जनशक्ति प्रदान करेगा ताकि फ्लिपकार्ट अपने थोक व्यापार को बढ़ा सके और दुकानों, खुदरा विक्रेताओं और डिपार्टमेंट स्टोरों को बड़ी छूट के साथ ऑनलाइन उत्पाद पेश कर सके। फ्लिपकार्ट होलसेल के देश में 28 बेस्ट प्राइस स्टोर हैं।