अडानी ग्रुप के NDTV में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के ऐलान के बाद तेजी से एनडीटीवी के शेयर उछाल दर्ज की थी और हर दिन अपर सर्किट लग रहा था। हालांकि मंगलवार यानी 6 सितंबर को 9वें दिन के बाद इसके शेयरों में गिरावट हुई है और कंपनी के शेयर में लोअर सर्किट लगा है। सुबह इसके स्टॉक 273 रुपए पर खुले थे, लेकिन 5 प्रतिशत की गिरावट के साथ ही यह 518.50 पर पहुंच चुके हैं।
अडानी समूह की मीडिया कंपनी ने एनडीटीवी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के साथ ही 26 प्रतिशत हिस्सेदारी ओपेन ऑफर के जरिए खरीदने का भी ऐलान किया था। इस डील की पिछले एक साल से चर्चा चल रही है, जिस कारण NDTV के शेयरों में उछाल दिख रहा है। एनएसई पर इस स्टॉक ने निवेशकों को एक साल के दौरान 593.65 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। यह स्टॉक एक साल के दौरान 74.75 रुपए के स्तर से 518.50 रुपए के स्तर पर पहुंचा है।
YTD के दौरान एनडीटीवी के शेयर ने 351.07 प्रतिशत का रिटर्न दिया है तो वहीं पिछले छह महीने में 226 प्रतिशत और एक महीने के दौरान 77.66 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसके 52 हफ्तों का हाई रेट 573 रुपए प्रति शेयर है, जबकि 52 हफ्तों का लो प्राइज 71.70 रुपए प्रति शेयर रहा है। एक्सपर्ट का मानना है कि इसके शेयरों में उछाल टिकाऊ नहीं है।
गौरतलब है कि प्रणव रॉय और राधिका रॉय की एनडीटीवी में 32.26 फीसदी हिस्सेदारी है। अडानी ग्रुप ने एनडीटीवी में हिस्सेदारी रखने वाले एक दूसरी कंपनी आरआरपीआर के इनडायरेक्टली 29.18 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है। इसके अलावा, एनडीटीवी के दूसरे बड़े निवेशकों में LTS Investment Fund Limited, जिसकी 9.75 हिस्सेदारी और Vikasa India EIF I Fund की 4.42 फीसदी हिस्सेदारी हैं।
बता दें कि अडानी ग्रुप की मीडिया कंपनी एनडीटीवी के डील के बीच कंपनी की खरीदारी को लेकर मामला फंसा हुआ है। ऐसे में अडानी ग्रुप की मीडिया कंपनी का ओपेन ऑफर एक्सेप्ट किया जाता है तो न्यू दिल्ली टेलिविजन लिमिटेड में अडानी की आधे से अधिक की हिस्सेदारी होगी।