पंजाब नेशनल बैंक में हजारों करोड़ रुपए का घोटाला करके फरार हुए नीरव मोदी पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने नीरव मोदी की फ्लैगशिप कंपनी फायरस्टार इंटरनेशनल लिमिटेड को दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने को मंजूरी दी है। इसके साथ ही कंपनी की बिक्री का रास्ता साफ हो गया है।

नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक के साथ कथित तौर पर 13,400 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (सीबीआई) और अन्य जांच एजेंसियों को नीरव मोदी के भारत आने का इंतजार है। अभी नीरव मोदी लंदन की जेल में बंद है। एनसीएलटी ने शांतनु टी राय को लिक्विडेटर नियुक्त किया है।

93 फीसदी से ज्यादा डिबेटर्स ने दी सहमति: एनसीएलटी की मुंबई बेंच के ताजा फैसले के मुताबिक, 15 जुलाई 2020 को फायरस्टार इंटरनेशनल की कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (CoC) ने कर्जदारों के साथ संयुक्त रूप से बैठक की थी। इस बैठक में फायरस्टार इंटरनेशनल की दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने पर सहमति बनी। एनसीएलटी ने कहा कि कंपनी के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने के प्रस्ताव को 93.31 फीसदी कॉरपोरेट डिबेटर्स ने अपनी सहमति दी है।

फायरस्टार इंटरनेशनल को लोन देने वालों में पीएनबी भी शामिल: पंजाब नेशनल बैंक की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने जनवरी 2018 में 14,357 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड का खुलासा किया था। नीरव मोदी की फ्लैगशिप कंपनी फायरस्टार इंटरनेशनल को लोन देने वालों में पीएनबी लीड बैंकर रहा है। जून 2019में कॉरपोरेशन बैंक ने नीरव मोदी की फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और फायरस्टार इंटरनेशनल लिमिटेड के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया के लिए एनसीएलटी में याचिका दाखिल की थी।

गीतांजलि जेम्स के खिलाफ भी चल रही है दिवालिया प्रक्रिया: नीरव मोदी के मामा और पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकली की कंपनी गीतांजलि जेम्स के खिलाफ भी दिवालिया प्रक्रिया चल रही है। एनसीएलटी ने इसी साल जुलाई में गीतांजलि जेम्स के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया चलाने को मंजूरी दी है। इसके लिए भी शांतनु राय को लिक्विडेटर नियुक्त किया गया है।