पिछले छह महीनों में मिडकैप म्यूचुअल फंड बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले फंड के रूप में उभरे हैं। फाइनेंशियल एक्सप्रेस एमएफ स्क्रीनर के अनुसार , टॉप 10 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीमों में से 5 मिडकैप कैटेगिरी की हैं, जिन्होंने 17% से 22% के बीच रिटर्न दिया है।
यह प्रदर्शन व्यापक स्तर पर मार्केट में हुई उस रिकवरी के बाद आया है जो 7 अप्रैल 2025 को ज्यादातर प्रमुख इंडेक्स के अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद शुरू हुई थी। तब से, छोटे और मध्यम आकार के शेयरों की अगुवाई में शेयरों में तेजी से उछाल आया है। जहां बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 32% चढ़ा है, वहीं बीएसई मिडकैप इंडेक्स भी 27% की उछाल के साथ बहुत पीछे नहीं है। इसकी तुलना में, इसी अवधि में बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में क्रमशः लगभग 18% और 17% की वृद्धि हुई है।
हम अगर पिछले 6 महीने के रिकवरी पैटर्न पर नजर डालें, तो बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 14%, मिडकैप इंडेक्स 10.3% बढ़ा है और सेंसेक्स (5.3%) और निफ्टी (6.3%) जैसे लार्जकैप इंडेक्स पीछे रह गए हैं। आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि जहां स्मॉलकैप में तेज उतार-चढ़ाव जारी है, वहीं मिडकैप सबसे बेहतर स्थिति में हैं।
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मिड-कैप फंड दिखा रहे हैं राह
स्मॉलकैप इंडेक्स में प्रतिशत के लिहाज से तेजी से सुधार के बावजूद, मिड-कैप म्यूचुअल फंड्स ने सबसे अधिक लगातार रिटर्न दिया है। आंकड़ों के अनुसार, छह महीने के प्रदर्शन के लिए टॉप 10 की सूची में निम्न मिडकैप फंड्स का दबदबा है-
– हेलिओस मिड कैप फंड – 21.91%
– इन्वेस्को इंडिया मिडकैप फंड – 18.12%
– आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मिडकैप फंड – 17.79%
– मिराए एसेट मिडकैप फंड – 17.27%
– व्हाइटओक कैपिटल मिड कैप फंड – 16.68%
लीडरबोर्ड पर उनके साथ ट्रस्ट एमएफ स्मॉल कैप फंड (19.36%), एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड (16.50%) और एलआईसी एमएफ फ्लेक्सी कैप फंड (17.45%) भी शामिल हैं। इनके अलावा, दो लार्ज एंड मिडकैप फंड मोतीलाल ओसवाल लार्ज एंड मिड कैप फंड (17.40%) और हेलिओस लार्ज एंड मिड कैप फंड (16.44%) भी हैं यानी 10 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले इक्विटी फंडों में से पांच मिड-कैप योजनाएं, दो स्मॉलकैप, दो लार्ज एंड मिडकैप और एक फ्लेक्सी-कैप फंड हैं।
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मिड-कैप फंड
हालांकि, इस वर्ष की शुरुआत में स्मॉल-कैप फंडों में सबसे ज्यादा गिरावट आई, लेकिन उनकी रिकवरी का नतीजा म्यूचुअल फंडों के बेहतरीन रिटर्न में नहीं बदला। इसके बजाय, मिड-कैप फंडों ने बेहतर लचीलापन, व्यापक भागीदारी और अपने पोर्टफोलियो में ज्यादा स्थिर उछाल दिखाया है।
[Disclaimer: ये आर्टिकल केवल जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से निवेश सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।]
