स्टॉक मार्केट निवेशकों को कई गुना फायदा देता है, लेकिन कई बार इसके शेयरों में तेजी से गिरावट भी होती है। हालाकि कुछ ऐसे स्टॉक हुए हैं, जिन्होंने निवेशकों की छोली भरी है। इसी में से एक स्मॉलकैप का स्टॉक ऑटो कंपोनेंट निर्माता रोलेक्स रिंग्स भी शामिल है। इसने एक साल से भी कम समय में निवेशकों की रकम को दोगुना किया है।
रोलेक्स रिंग्स स्टॉक अपने आईपीओ प्राइज 900 रुपए से 91 प्रतिशत तक बढ़ कर वर्तमान में 1,721 रुपए प्रति शेयर के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं पिछले हफ्ते में इस स्टॉक ने अपने इश्यू मूल्य से 109 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की थी और 1,878.95 रुपए के स्तर पर पहुंचा है, जो इसका सबसे उच्च स्तर है।
कमजोर बाजार के बावजूद 2022 में अभी तक यह शेयर 60 प्रतिशत से अधिक उछल चुका है। इसकी तुलना में निफ्टी 50 इंडेक्स में 2022 YTD में 7 फीसदी की गिरावट आई है। यह 4,686 करोड़ रुपए के मार्केट कैप वाला एक स्मालकैप स्टॉक है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्मॉलकैप स्टॉक अत्यधिक जोखिम वाले होते हैं और जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं। इसलिए सलाह दी जाती है कि जो निवेशक हाई रिस्क लेना चाहता है, उसे इन स्टॉक के बारे में गहरी जानकारी रखनी चाहिए।
क्या करती है रोलेक्स रिंग्स कंपनी
1977 में स्थापित और गुजरात की रोलेक्स रिंग्स भारत में जाली और मशीनीकृत घटकों के टॉप मेकर्स में से एक है। कंपनी के उत्पादों का उपयोग औद्योगिक, रेलवे, ऑफ-हाईवे, अर्थ मूविंग, विंडमिल, टेक्सटाइल, इलेक्ट्रिकल, रक्षा, बिजली, एयरोस्पेस, समुद्री और तेल और प्राकृतिक गैस उद्योगों के साथ-साथ दो, तीन और चार पहिया वाहनों के लिए किया जाता है।
अभी कितना ऊपर जाएगा स्मालकैप स्टॉक
कंपनी ने पिछले साल 9 अगस्त, 2021 को शेयर बाजार में अपनी शुरुआत की, और 900 के आईपीओ प्राइज के मुकाबले इसे 38 प्रतिशत प्रीमियम पर लिस्ट किया गया था। इसके आईपीओ को भी 130 गुना का जबरदस्त सब्सक्रिप्शन मिला। तबसे यह इसक कंपनी का स्टॉक बढ़ रहा है। हाल ही में ब्रोकरेज हाउस एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने 1910 रुपए के लक्ष्य प्राइज के साथ स्टॉक पर कवरेज शुरू किया, जो अगले 6 महीनों में 11 प्रतिशत की संभावित बढ़ोतरी का संकेत दे रहा है।
कितना हुआ कंपनी का लाभ
वित्त वर्ष 2012 के पूरे वर्ष के लिए फर्म का शुद्ध लाभ 51.66 प्रतिशत बढ़कर 1 131.88 करोड़ हुआ था जबकि वित्त वर्ष 2011 में 86.96 करोड़ रुपए था। वहीं मार्च 2021 के दौरान वित्त वर्ष 22 में इसकी बिक्री भी 64.96 प्रतिशत बढ़कर 1016.71 करोड़ रुपए हो गई है।
