मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (Jio Platforms Limited) की वैल्यूएशन 170 अरब डॉलर तक पहुंच सकती है। निवेश बैंकरों का मानना है कि कंपनी का संभावित वैल्यूएशन इसे भारत की सबसे बड़ी दो या तीन कंपनियों में शामिल कर सकता है।

कंपनी का ये वैल्यूएशन भारती एयरटेल जैसी कंपनियों से भी कहीं ज्यादा है। एयरटेल का मौजूदा वैल्यूएशन करीब 12.7 लाख करोड़ रुपये (143 अरब डॉलर) है। जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड का आईपीओ, 2006 के बाद रिलायंस से जुड़ी किसी बड़ी यूनिट का पहला सार्वजनिक आईपीओ होगा।

जियो के लिए इतना वैल्यूएशन प्रस्तावित

ब्लूमबर्ग के अनुसार, जियो के लिए निवेश बैंकरों ने 130 अरब डॉलर से लेकर 170 अरब डॉलर तक का वैल्यूएशन प्रस्तावित किया है। फिलहाल जिस पर चर्चा चल रही हैं और अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।

इससे पहले आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने सितंबर में जियो प्लेटफॉर्म लिमिटेड के इक्विटी वैल्यु को अपग्रेड करके 148 अरब अमेरिकी डॉलर कर दिया था।

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2026 की पहली छमाही में हो सकती है जियो की लिस्टिंग

अगस्त में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि जियो की लिस्टिंग 2026 की पहली छमाही में हो सकती है। 2019 से ही अंबानी जियो के संभावित आईपीओ की बात कर रहे हैं।

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फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों ने भी किया जियो में निवेश

मेटा प्लेटफॉर्म्स (फेसबुक) और अल्फाबेट (गूगल) जैसी कंपनियों ने 2020 में जियो में 10 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया था। जियो के पास सितंबर के अंत तक करीब 50.6 करोड़ ग्राहक थे और प्रति ग्राहक औसत राजस्व (ARPU) 211.4 रुपये था। रिलायंस की ओर से इस पूरे मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है।

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